व्रत हमारे जीवन का सुरक्षा कवच : साध्वी उदितयशा
कम, कनेक्ट और करेक्ट कार्यशाला का हुआ आयोजन

चेन्नई।साध्वीश्री उदितयशाजी ठाणा 4 के सान्निध्य में तेरापंथ सभा, किलपाॅक, चेन्नई के तत्वावधान में रविवार को ‘कम, कनेक्ट और करेक्ट’- वंडरफुल वर्कशॉप का आयोजन हुआ।
नमस्कार महामंत्र समुच्चारण से शुभारम्भ कार्यशाला में जनमेदनी को सम्बोधित करते हुए साध्वीश्री उदितयशाजी ने कहा कि हम दुनिया की होड में आगे बढ़ने के लिए आत्मदर्शन रुपी मूल सत्य को पिछे छोड़ रहे है, भूलते जा रहे है। आज की यह कार्यशाला का विषय आज के लिए ही नहीं, अपितु हमारे पुरे चातुर्मास की यही थीम रहेगी।
_☆ आत्मदर्शन को जानने, पहचानने का करे प्रयास_
कम के बारे में प्रकाश डालते हुए साध्वीश्री ने कहा कि हमारे पास आने का आपका लक्ष्य फोटो फ्रेम के लिए न होकर, यह होना चाहिए कि हम संस्कारों से परिपूर्ण बने, आत्मदर्शन को जानने, पहचानने का प्रयास करे। जब श्रावक समाज हमारे से कनेक्ट होगें तो हमारा ध्येय रहेगा कि हम आपकी भावनाओं को सुने, विचारों को जाने और समस्याओं का यथोचित समाधान करने की कोशिश करे, उसे करेक्ट करे।
विशेष पाथेय प्रदान करते हुए साध्वीश्री ने कहा कि अनन्त काल से संसार में हम शब्द, तर्क, रूप में अटके हुए है। अब हम अशब्द को सुनने, अतर्क को जानने, अरूप को पहचानने का प्रयास करे, उस दिशा की साधना में गतिशील बने। दीवारे, छत घर की सुरक्षा का कार्य करते है, इसी तरह त्याग- प्रत्याख्यान, व्रत हमारे आध्यात्मिक जीवन का सुरक्षा कवच हैं।
साध्वी शिक्षाप्रभाजी, साध्वी भव्ययशाजी ने आज के विषयक थीम सॉन्ग का संगान किया।
साध्वी भव्ययशाजी ने कम, कनेक्ट और करेक्ट विषयक फायदे व टिप्स बताते हुए एक रोचक रियल संवाद की सोलो प्रस्तुति के माध्यम से युवा पीढ़ी को प्रेरित किया।
साध्वी संगीतप्रभाजी ने संगीतमय संयोजकीय वक्तव्य के माध्यम से अभिभावकों को जागरूक रहने की प्रेरणा देते हुए कहा कि जीवन जीने की सम्यक कला अध्यात्म के पास है। अन्य कलाओ के साथ इसको भी सीखना बहुत जरूरी हैं। किलपाॅक सभा मंत्री विजय सुराणा ने आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर किलपाॅक सभाध्यक्ष अशोक परमार, चेन्नई तेरापंथ सभाध्यक्ष अशोक खतंग के साथ वृहद संख्या में श्रावक समाज उपस्थित था। शुभ संकल्प के पश्चात मंगल पाठ के साथ कार्यशाला सम्पन्न हुई। उपरोक्त जानकारी स्वरूप चन्द दाँती ने दी।