गुजरातसामाजिक/ धार्मिकसूरत सिटी
सुबह बारह सौ सूत्र वांचन में उमड़े श्रद्धालु
शाम को श्रावकों ने प्रतिक्रमण कर सभी जीवों से की क्षमायाचना
पर्युषण महापर्व की श्रृंखला के अंतिम दिन बुधवार को सुबह में शहर के कई उपाश्रयों में गुरु भगवंतों कि निश्रा में मूल प्राकृत भाषा में कल्प सूत्र के बारह सौ गाथा का वाचन हुआ। 12:00 बजे चतुरविध संघ के साथ बजाते गाजते चैत्य परिपाटी के जुलूस निकाले गये, और विभिन्न जिनालयों में दर्शन वंदन कर पुण्य अर्जन किया ।शाम को 4.00 बजे प्रतिक्रमण कर 84 लाख योनि में रहे हुए समस्त जीवों से मन वचन काया से मिच्छामि दुककडम देकर क्षमायाचना की । मैत्री भाव के ऐसे पवित्र पर्व में आपस में भी क्षमायाचना का दौर चला। गुरुवार सुबह सिद्धि तप, मासक्षमण, श्रेणिक तप एवं अटठाई आदि विभिन्न तपस्या करने वाले तपस्वीयों का सामूहिक पारणा कराया जाएगा।




