
सूरत।कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT) की टेक्सटाइल एवं गारमेंट समिति ने देशभर के वस्त्र व्यापारियों के हित में “राष्ट्रीय टेक्सटाइल व्यापार सुरक्षा नीति” के गठन की मांग को लेकर केंद्रीय वस्त्र मंत्री गिरिराज सिंह को एक विस्तृत पत्र भेजा है।
समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष चम्पालाल बोथरा द्वारा भेजे गए इस पत्र में कहा गया है कि सूरत, कोलकाता, अहमदाबाद, लुधियाना, जयपुर, दिल्ली, तिरुपुर, भिवंडी, इचलकरंजी सहित देश के प्रमुख वस्त्र केंद्रों में व्यापारियों को संगठित साइबर ठगी, फर्जी पहचान व भुगतान धोखाधड़ी का लगातार शिकार होना पड़ रहा है। अकेले सूरत में बीते कुछ महीनों में ₹100 करोड़ से अधिक की ठगी के मामले दर्ज हो चुके हैं।
कैट ने इस गंभीर स्थिति को ‘आर्थिक आतंकवाद’ करार देते हुए इसे रोकने हेतु ठोस राष्ट्रीय नीति की आवश्यकता जताई है। समिति ने अपने पत्र में नौ महत्वपूर्ण सुझाव भी दिए हैं, जिनमें प्रमुख रूप से प्रत्येक राज्य में टेक्सटाइल फ्रॉड प्रोटेक्शन सेल का गठन, राष्ट्रीय टेक्सटाइल व्यापारी डेटाबेस की स्थापना, सूरत पुलिस की ‘सुरक्षा सेतु’ मोबाइल ऐप को पूरे देश में लागू करने, जीएसटी पोर्टल पर रीयल टाइम निगरानी व्यवस्था, फास्ट ट्रैक न्यायिक प्रक्रिया, साइबर सुरक्षा और अंतरराज्यीय पहचान प्रणाली जैसी मांगें शामिल हैं।
पत्र में यह भी कहा गया है कि यदि इन उपायों को अमल में लाया जाए तो न केवल व्यापारी वर्ग को सुरक्षा मिलेगी, बल्कि सरकार की राजस्व वसूली, जीएसटी अनुपालन और व्यापार पारदर्शिता में भी उल्लेखनीय सुधार होगा।
कैट ने आग्रह किया है कि इस विषय को तत्काल संज्ञान में लेते हुए एक उच्चस्तरीय कमेटी गठित की जाए, जिसमें कैट के प्रतिनिधियों को भी शामिल किया जाए।
इस पत्र की प्रतिलिपि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल तथा सांसद व कैट के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीण खंडेलवाल को भी भेजी गई है।