राजकोट में बारिश के बीच विजय रूपाणी को अश्रुपूरित विदाई, दी गई गार्ड ऑफ ऑनर

राजकोट।पूर्व मुख्यमंत्री स्व. विजय रूपाणी आज अनंत यात्रा पर निकल गए। उनके पार्थिव शरीर को पूर्ण राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार हेतु ले जाया गया। जैसे ही उनका पार्थिव शरीर उनके निवास स्थान पहुंचा, वहां “विजयभाई अमर रहें”, “जब तक सूरज चांद रहेगा, विजयभाई तुम्हारा नाम रहेगा”, और “भारत माता की जय” के नारे गूंज उठे। राजकोट के रामनाथ पारा स्थित श्मशानघाट पर अंतिम संस्कार की विधि संपन्न हुई। इस अवसर पर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल, राज्यपाल आचार्य देवव्रत,प्रदेश अध्यक्ष व जल मंत्री सीआर पाटिल सहित भाजपा के अनेक वरिष्ठ नेताओं ने स्व. रूपाणी के पार्थिव शरीर पर पुष्पांजलि अर्पित की।
शाम को हो रही मूसलधार बारिश के बीच भी हजारों लोग अपने प्रिय नेता को अंतिम विदाई देने के लिए उमड़ पड़े। करीब दो घंटे लंबी शवयात्रा में जनसैलाब उमड़ पड़ा। राजकोटवासियों ने उनके अंतिम दर्शन व श्रद्धांजलि के लिए लाइनें लगाई। इससे पहले विजय रूपाणी को 21 तोपों की सलामी देकर गार्ड ऑफ ऑनर प्रदान किया गया। इसके बाद अंतिम यात्रा राजकीय सम्मान के साथ स्मशानघाट तक पहुंची।
इससे पूर्व स्व. रूपाणी का पार्थिव शरीर अहमदाबाद एयरपोर्ट से विशेष विमान द्वारा राजकोट लाया गया था। एयरपोर्ट से उन्हें उनके निवास स्थान प्रकाश सोसायटी ले जाया गया, जहां रास्ते भर हजारों नागरिकों ने पुष्पवर्षा कर श्रद्धांजलि दी।
गौरतलब है कि विजय रूपाणी एयर इंडिया के विमान से लंदन जा रहे थे, लेकिन टेकऑफ के 30 सेकंड के भीतर ही विमान मेघाणी नगर क्षेत्र के मेडिकल होस्टल भवन पर दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस हादसे में 241 यात्रियों की जान चली गई, जिनमें विजय रूपाणी भी शामिल थे। हादसे के बाद रविवार को मृतदेह की डीएनए रिपोर्ट से पुष्टि हुई। सोमवार सुबह सिविल अस्पताल में ताबूत में बंद पार्थिव शरीर को उनके परिजनों को सौंपा गया। इस दौरान उनकी पत्नी अंजलीबेन रूपाणी समेत परिजन व समर्थक फफक पड़े। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने भी नम आंखों से पुष्पांजलि दी।
ताबूत बंद होने के कारण परिवारजन विजयभाई का चेहरा आखिरी बार देख भी नहीं सके। सिविल अस्पताल परिसर में हर किसी की आंखें नम थीं। इसके बाद पार्थिव शरीर को एयरपोर्ट ले जाया गया और राजकोट पहुंचाया गया। वहां से शव यात्रा प्रारंभ हुई, जिसमें आमजन भारी संख्या में शामिल हुआ।
समर्पित जननेता की स्मृति में नम आँखों से अंतिम विदाई… विजयभाई अमर रहें!