युवा जब जाग्रत होता है तब दिशा बदल जाती हैं-आचार्य श्री जिनमणिप्रभसूरीश्वर
केयुप, ज्ञान वाटिका व केएमपी का तीन दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन का हुआ आगाज

ज्ञान वाटिका का द्वितीय राष्ट्रीय अधिवेशन आज होगा
600 युवक अधिवेशन में भाग लेने पहुँचे बाड़मेर
बाड़़मेर 13 सितम्बर। कोटड़िया-नाहटा ग्राउण्ड स्थित सुधर्मा प्रवचन वाटिका में श्री जैन श्वेताम्बर खरतरगच्छ चातुर्मास कमेटी के तत्वाधान में संघ शास्ता वर्षावास 2025 का चातुर्मास खरतरगच्छाधिपति आचार्य श्रीजिनमणिप्रभसूरीश्वर म.सा. की पावन निश्रा व बहिन म.सा. साध्वी डाॅ. विधुत्प्रभाश्री व श्रमण-श्रमणीवृन्द के पावन सानिध्य में शनिवार केयुप, ज्ञान वाटिका व केएमपी के राष्ट्रीय अधिवेशन के तीन दिवसीय कार्यक्रम के दौरान प्रथम दिन केयुप का नवम राष्ट्रीय अधिवेशन सम्पन्न हुआ।

केयुप के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुरेश लूणिया व मीडिया संयोजक कपिल मालू ने बताया कि अखिल भारतीय खरतरगच्छ युवा परिषद केयुप, ज्ञान वाटिका व अखिल भारतीय खरतरगच्छ महिला परिषद केएमपी के तीन दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन के तहत प्रथम दिन केयुप का नवम राष्ट्रीय अधिवेशन रविवार को परम पूज्य खरतरगच्छाधिपति आचार्य भगवन्त श्री जिनमणिप्रभसूरीश्वर जी म.सा. की पावन निश्रा में आयोजित हुआ, जिसमें केयुप के नवम अधिवेशन के प्रारम्भ में प्रातः 07.00 केयुप भवन परिसर मन्दिर में शांति स्नात्र पूजा, प्रातः 09.00 बजे पुलिस बैण्ड की धुन के साथ खरतरगच्छाधिपति का सुधर्मा प्रवचन वाटिका में प्रवेश हुआ, इसके बाद सर्वप्रथम गुरूदेव को सामुहिक गुरूवन्द व मांगलिक के साथ कार्यक्रम का शुभारम्भ हुआ।

कार्यक्रम की कड़ी में परमात्मा के समक्ष अतिथियों द्वारा दीप प्रज्जवल व ध्वजारोहण के साथ केयुप गान से कार्यक्रम का आगाज हुआ।

सर्वप्रथम केयुप राष्ट्रीय चेयरमेन सुरेश भंसाली रायपुर, केयुप शाखा बाड़मेर अध्यक्ष प्रकाश पारख द्वारा बाहर से पधारे हुए सभी केयुप शाखाओ स्वागत व अभिनन्दन किया। केयुप केन्द्रिय समिति अध्यक्ष सुरेश लूणिया द्वारा सम्पूर्ण भारतवर्ष में केयुप शाखा द्वारा किए गए कार्यो की जानकारी देते हुए एवं आगामी योजनाओं के बारे में अवगत करवाया। केयुप केन्द्रिय समिति के महामंत्री रमेश लूंकड़ द्वारा कुछ शाखाओं द्वारा विशेष कार्यो की अनुमोदना करते हुए उनके कार्यक्रमों की जानकारी दी।

बहिन म.सा. साध्वी डाॅ. विधुत्प्रभाश्री ने केयुप को सम्बोधित करते हुआ कहा कि जिस केयुप का दस वर्ष पूर्व गुरूदेवश्री ने स्थापना की थी वो केयुप आज साधु-साध्वी, श्रावक-श्राविकाओं को अपनी अमूल्य सेवाएं दे रहा है जो अनुमोदनीय है और गुरूदेव का सपना साकार हो रहा है। मुनि मधुरप्रभसागरजी म.सा. ने कहा कि गुरूदेवश्री ने युवाओं को एक ही मंच से जोड़कर, जिस प्रकार अपने हाथ की पांच अंगुलिया बन्द कर मुठी बनकर काम कर रही है वैसे ही केयुप के युवाओं को पुरे हिन्दुस्तान में एकता के सूत्र में बांधकर आगे बढना है। जहां साधु-साध्वी भगवंतो का चातुर्मास नही होता है वहां केयुप के स्वाध्यायियों द्वारा पर्युषण पर्व की आराधना करवाई जाती है।

खरतरगच्छधिपति आचार्य श्री जिनमणिप्रभसूरीश्वरजी म.सा. ने सम्बोधित करते हुए कहा कि में केयुप के कार्यो से संतुष्ट हुं, संतुष्ट इसलिए कि केयुप हर क्षेत्र में विशिष्ट कार्य कर रहा है और संतुष्टी प्रगति में बाधा है इसलिए असंतुष्ट भी हुं कि केयुप को भविष्य में आगे बढकर कई बड़े कार्य गच्छ के लिए करने है। आचार्यश्री ने कहा युवा जब जाग्रत व एकत्र होते है तब दुनिया बदल जाती है। काम करने वालों मे संख्या नही गीनी जाती है और काम देखा जाता है। कार्य परस्पर विश्वास के साथ उतरदायित्व के साथ निभाया जाता है। केन्द्रिय समिति द्वारा अधिवेशन के आयोजक श्री जैन श्वेताम्बर खरतरगच्छ संघ चातुर्मास व्यवस्था कमेटी व केयुप शाखा बाड़मेर व उत्कृष्ट कार्य करने वाली शाखाओं में प्रथम स्थान बाड़मेर, द्वितीय स्थान पर अहमदाबाद व बीकानेर, तृतीय स्थान पर रायपुर, हैदराबाद व अकलकुआं का तिलक, माला व मोमेन्टो द्वारा अभिनन्दन किया गया।

गुरूभक्त परिवार टीपूदेवी भूरमल बोथरा द्वारा गुरूदेवश्री को माताजी म.सा रतनमालाश्री की रजत प्रतिमा भेंट की गई। कार्यक्रम के अंत में चातुर्मास कमेटी अध्यक्ष अशोक धारीवाल द्वारा अधिवेशन में बाहर से पधारे हुए केयुप शाखाओं का धन्यवाद व आभार ज्ञापित किया। केयुप के राष्ट्रीय चेयरमेन सुरेश भंसाली व केयुप अध्यक्ष प्रकाश पारख ने बताया कि केयुप के नवम अधिवेशन में सम्पूर्ण देशभर से 50 से अधिक शाखाओं से 600 से अधिक प्रतिनिधि एवम सदस्यों ने भाग लिया। यह अधिवेशन गुरूदेव की निश्रा में प्रतिवर्ष गच्छ के युवाओं का अधिवेशन होता है, जिसमें देशभर से हजारो युवा शिरकत करते है। केयुप के इस अधिवेशन में सभी शाखाओं द्वारा अपने क्षेत्र में किए गए विभिन्न आयोजनो की जानकारी के साथ भविष्य के आयोजनो की रूपरेखा प्रस्तुत की गई। परिषदों के उददेशयों में साधु-साध्वी के विहार को सुगम बनाना, अधिक से अधिक स्वाध्यायी तैयार करना, ज्ञान वाटिका के माध्यम से बच्चों में धर्म संस्कारों का बीजारोपण करना, गच्छ की युवा शक्ति को संगठित कर एक मजबूत संगठन का निर्माण करना आदि प्रमुख है। इस अधिवेशन में चैन्नई, बैंगलोर, इरोड़, कलकता, हैदराबाद, मुम्बई, रायपुर, इचलकरणजी, बीकानेर, जयपुर, ब्यावर, भीलवाड़ा, सूरत, कोयम्बतूर, अहमदाबाद, तलोदा, रामसर, भादरेश, उदयपुर, जालोर, जैसलमेर, देवीकोट, सियाणी, धोरीमन्ना, चोहटन, गुड़ामालाणी, सांचोर, कोटूर, तिरूपातुर, अकलकुआं, राणीगांव, रामगंज मण्डी, फलोदी, जोधपुर, सहादा, खेतियां, गरोट, मंदसौर, दिल्ली, अंकलेश्वर, त्रिपुर, सेतरावा, सोमेसर, धुलिया, बालोतरा, रामसर, पाली, भिवंडी, नन्दूरबार, टाटानगर, सहित कई शाखाओ से युवा बाड़मेर पहुंचे। कार्यक्रम का सफल संचालन केयुप के राष्ट्रीय महामंत्री वीरपिता रमेश लूंकड़ ने किया।
ज्ञान वाटिका द्वितीय राष्ट्रीय अधिवेशन आज होगा
स्थानीय कोटड़िया-नाहटा ग्राउण्ड स्थित सुधर्मा प्रवचन वाटिका में 13 सितम्बर से 15 सितम्बर तक तीन दिवसीय अखिल भारतीय खरतरगच्छ युवा परिषद केयुप, ज्ञान वाटिका व अखिल भारतीय खरतरगच्छ महिला परिषद केएमपी का तीन दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन के प्रथम दिन केयुप के अधिवेशन से आगाज हुआ व आज रविवार को ज्ञान वाटिका का द्वितीय राष्ट्रीय अधिवेशन आज होगा। ज्ञान वाटिका के कोषाध्यक्ष केवलचन्द छाजेड़ ने बताया कि ज्ञान वाटिका का द्वितीय राष्ट्रीय अधिवेशन आज रविवार को श्री जैन श्वेताम्बर खरतरगच्छ संघ चातुर्मास कमेटी के तत्वावधान में परम पूज्य खरतरगच्छाधिपति आचार्य भगवंत श्री जिनमणिप्रभसूरीश्वरजी म.सा. की पावन निश्रा व बहिन म.सा. साध्वी डाॅ. विधुत्प्रभाश्री के पावन सानिध्य में आयोजित होगा। ज्ञान वाटिका के राष्ट्रीय अधिवेशन में सम्पूर्ण देशभर से 70 से अधिक शाखाओं से बच्चे व शिक्षक भाग लेने बाड़मेर पहुंचेंगे। वर्षभर में ज्ञान वाटिकाओं के प्रतिभाशाली बच्चों का मंच के माध्यम से बहुमान किया जायेगा। केयुप व केएमपी द्वारा संचालित ज्ञान वाटिका के माध्यम से बच्चों में धर्म संस्कारों का बीजारोपण करना, गच्छ की युवा शक्ति को संगठित कर एक मजबूत संगठन का निर्माण करना आदि प्रमुख कार्य है।




