सूरत जिला माहेश्वरी सभा की वार्षिक साधारण सभा सम्पन्न
समाज दर्पण पत्रिका प्रभारी महेश पुंगलिया ने तीसरी संतान वाले परिवारों के समाज में विशेष सम्मान का सुझाव रखा।

सूरत जिला माहेश्वरी सभा की वार्षिक साधारण सभा सम्पन्न
सूरत। सूरत जिला माहेश्वरी सभा की सप्तम सत्र की द्वितीय वार्षिक साधारण सभा रविवार, 13 जुलाई को माहेश्वरी भवन, सिटी लाइट में सफलतापूर्वक सम्पन्न हुई। सभा की शुरुआत दीप प्रज्वलन, भगवान महेश वंदना, राष्ट्रगान तथा समाज के दिवंगतजनों को मौन श्रद्धांजलि अर्पित कर की गई। यह जानकारी सभा के मीडिया प्रभारी सुनील माहेश्वरी ने दी।

सभा में अध्यक्ष पवन बजाज ने अध्यक्षीय उद्बोधन में सभी सदस्यों का स्वागत करते हुए सहयोग के लिए आभार प्रकट किया। जिला सचिव अतीन बाहेती ने सत्र 2024-25 की वार्षिक गतिविधियों की विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत की और आगामी सत्र में किए जाने वाले समाजसेवा प्रकल्पों की जानकारी दी। जिला कोषाध्यक्ष रामसहाय सोनी ने वार्षिक आय-व्यय विवरण प्रस्तुत किया।
सयुक्त सचिव महेश खटोड़, उपाध्यक्ष टीकम असावा एवं उपाध्यक्ष विजय भट्टड़ ने जिले की 12 क्षेत्रीय सभाओं द्वारा किए गए समाजोपयोगी कार्यों की रिपोर्ट प्रस्तुत की। अखिल भारतवर्षीय माहेश्वरी महासभा कार्यसमिति सदस्य गिरधर गोपाल मूंदड़ा एवं मुरली सोमानी ने महासभा द्वारा संचालित सेवा प्रकल्पों की जानकारी दी।
सीए सुरेश काबरा ने सामाजिक सुरक्षा योजनाओं की जानकारी देते हुए क्षेत्रीय सभाओं को अधिकाधिक सदस्य बनाने का आह्वान किया। माहेश्वरी भवन सचिव सुरेश तोषनीवाल ने भवन द्वारा संचालित सेवा कार्यों का विवरण दिया। माहेश्वरी सेवा सदन सचिव शैलेश चांडक ने पूरे सत्र के दौरान आयोजित सफल आयोजनों के लिए सभा एवं क्षेत्रीय सभाओं को बधाई दी।
ओपन मंच सत्र में अध्यक्ष एवं सचिव ने सदस्यों द्वारा पूछे गए सवालों का सहजता से उत्तर दिया। समाज दर्पण पत्रिका प्रभारी महेश पुंगलिया ने तीसरी संतान वाले परिवारों के समाज में विशेष सम्मान का सुझाव रखा।
सभा में मदनमोहन पेड़ीवाल, घनश्याम चांडक, सत्यनारायण दरगड़, राधाकिशन मूंदड़ा, महेन्द्र झंवर, किशोर बाहेती, रंगनाथ भट्टड़, गिरधारी साबू, भगवतीप्रसाद गग्गड़ सहित बारहों क्षेत्रीय सभाओं के अध्यक्ष, सचिव, समाज के गणमान्य नागरिक, भामाशाह एवं जिला कार्यकारिणी सदस्यगण उपस्थित रहे।
अंत में जिला कार्यालय मंत्री विष्णु राठी ने आभार व्यक्त किया। मंच संचालन किशन राठी ने किया।



