तेरापंथ प्रोफेशनल फोरम,सूरत द्वारा”लीगल एवं फाइनेंस सेमिनार”काआयोजन

सूरत.युगप्रधान आचार्य श्री महाश्रमणजी की कृपा से, तेरापंथ प्रोफेशनल फोरम (TPF) के आध्यात्मिक पर्यवेक्षक डॉ.मुनिश्री रजनीश कुमारजी की प्रेरणा से, शासनश्री साध्वीश्री मधुबालाजी आदि थाणा-5 के पावन सानिध्य में TPF के मोटो – SHINE में “I = इंटेलेक्चुअल सर्विसेस” के अंतर्गत “लीगल एवं फाइनेंस सेमिनार” का TPF सूरत द्वारा आयोजन किया गया।
कार्यक्रम की विधिवत शुरुआत नमस्कार महामंत्र से की गई।TPF सूरत उपाध्यक्ष संजय गादिया ने सभी सहभागियों का स्वागत किया।फाइनेंस एक्सपर्ट्स सीए मुदित चोपड़ा एवं सीए स्मित डोशी का परिचय TPF सूरत सहमंत्री पूजाजी बेंगानी ने दिया।दोनों वक्ताओं ने ज्ञानवर्धक अंतर्दृष्टि दी कि कैसे नए मेगाट्रेंड्स के द्वारा बाजार की अनिश्चितताओं से बचा जाए और सही इन्वेस्टमेंट से अच्छा रिटर्न मिले। एक्सपर्ट्स ने दर्शकों की जिज्ञासाओं का सटीकता से समाधान किया।साध्वीश्री मंजुलयशाजी का मंगल उद्बोधन प्राप्त हुआ।लीगल एक्सपर्ट एडवोकेट राज सिंघवी, मुंबई से विशेष रूप से सेमिनार के लिए पधारे और उनका परिचय TPF सूरत के कार्यकारिणी सदस्य पंकज सेठिया ने दिया।राज ने बहुत ही सरल तरीके से वसिहत बनाने के महत्व को समझाया और वसिहत बनाने के लिए सभी तकनीकी बिंदुओं की जानकारी दी। दर्शकों को राजजी का प्रेजेंटेशन काफी पसंद आया और राज ने सबके जिज्ञासाओ को हल किया।
TPF सूरत मंत्री सुदर्शनजी छाजेड़ ने कार्यक्रम में पधारे सभी सहभागियों, सेमिनार के मुख्य वक्ताओं, गणमान्य गणों एवं पुरी कार्यकारिणी टीम का आभार व्यक्त किया।कार्यक्रम का मंचीय संचालन नीलेश गुलगुलिया ने किया।कार्यक्रम के बाद सभी ने भवन में विराजित साध्वीश्री के दर्शन किए। कार्यक्रम में कुल 70 लोगों ने उत्साहपूर्वक उपस्थित होकर TPF के इस सेमिनार को सफल बनाने में अपना योगदान दिया।कार्यक्रम में तेरापंथ सभा सूरत मंत्री हजारीमल भोगर, तेरापंथ युवक परिषद सूरत कोषाध्यक्ष अरुण कानूंगा, TPF से वेस्ट झोन उपाध्यक्ष किरण सिपानी, राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य मनोज बरमेचा,राहुल राठौड़,अमित चौपड़ा, सूरत पूर्व अध्यक्ष कैलाश झाबक व भारती छाजेड़,कोषाध्यक्ष केतन सिरोहिया व कई कार्यकारिणी सदस्यों की गरिमामय उपस्थिति रही। कार्यक्रम के संयोजक पूजा बेंगानी एवं नीलेश गुलगुलिया रहे, जिन्होंने अपने परिश्रम से इस कार्यक्रम को सफल ही नहीं सफलतम बनाया।