चाय वाले ने दिखाई ईमानदारी, रास्ते में मिले एक लाख रुपये लौटाए
तिरुपति मार्केट की गली में पड़े थे पचास-पचास हजार के दो बंडल, सीसीटीवी से असली मालिक का पता चला

सूरत। शहर की कपड़ा मार्केट में एक चायवाले ने ईमानदारी की मिसाल पेश करते हुए रास्ते में मिले एक लाख रुपये बिना किसी लालच के उनके असली मालिक तक पहुंचाए। यह घटना सोमवार को तिरुपति मार्केट और श्रीओम मार्केट के बीच स्थित संकरी गली में सामने आई।
जानकारी के अनुसार, पवन आदिवासी नामक व्यक्ति पिछले 17 वर्षों से तिरुपति टेक्सटाइल मार्केट में चाय की कैंटीन चलाता है। सोमवार दोपहर वह रोज़ की तरह चाय देने निकला था, तभी श्रीओम और तिरुपति मार्केट की गली में उसे 50-50 हजार रुपये के दो बंडल पड़े मिले। आसपास कोई व्यक्ति न दिखने पर पवन ने रकम को सुरक्षित उठाया और तुरंत आसपास के व्यापारियों से पूछताछ शुरू कर दी।
इसके बाद वहां लगे सीसीटीवी कैमरों की मदद ली गई, जिससे पता चला कि यह नकदी तिरुपति मार्केट के ही एक कपड़ा व्यापारी के बैग से गिर गई थी। जब इस बात की पुष्टि हो गई, तो पवन आदिवासी ने वह पूरी रकम संबंधित व्यापारी को लौटा दी।
पवन की इस ईमानदारी की व्यापारियों ने मुक्त कंठ से सराहना की। मूल रूप से राजस्थान के बांसवाड़ा जिले के गढ़ी गांव निवासी पवन आदिवासी लंबे समय से सूरत में रहकर कैंटीन व्यवसाय से जुड़े हैं। उनकी सादगी और ईमानदारी ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि नीयत साफ हो तो अमीरी-गरीबी कोई मायने नहीं रखती।