तेरापंथ महिला मंडल उधना द्वारा “प्रेक्षा प्रवाह – शक्ति एवं शांति की ओर” कार्यक्रम आयोजित
मंत्र प्रेक्षा अर्हम कार्यशाला में साध्वी राकेशकुमारी के सान्निध्य में मिला आध्यात्मिक मार्गदर्शन

सूरत। अखिल भारतीय तेरापंथ महिला मंडल एवं प्रेक्षा फाउंडेशन के निर्देशन में तेरापंथ महिला मंडल उधना द्वारा “प्रेक्षा प्रवाह – शक्ति एवं शांति की ओर” के अंतर्गत मंत्र प्रेक्षा अर्हम कार्यशाला का आयोजन गुरुवार को तेरापंथ भवन, उधना में किया गया। यह कार्यक्रम साध्वी राकेशकुमारी आदि ठाणा-4 के सान्निध्य में सम्पन्न हुआ।
कार्यक्रम की शुरुआत साध्वीजी द्वारा नमस्कार महामंत्र से की गई, वहीं मंडल की बहनों ने प्रेक्षाध्यान गीत के माध्यम से मंगलाचरण प्रस्तुत किया। साध्वी विपुल यशा ने सुमधुर “अर्हम” की ध्वनि से पूरे वातावरण को आध्यात्मिकता से सराबोर कर दिया। महिला मंडल की अध्यक्षा सोनू बाफना ने सभी का स्वागत किया।
साध्वी राकेशकुमारी ने अपने प्रेरणादायक प्रवचन में कहा कि जीवन में अहंकार का त्याग कर अर्हत बनने की दिशा में प्रयास करना चाहिए। उन्होंने न्यूटन जैसे वैज्ञानिक का उदाहरण देते हुए बताया कि कैसे एक व्यक्ति शून्य से शिखर तक पहुंच सकता है। कामयाबी के लिए बल, बुद्धि, आत्मविश्वास और संकल्प आवश्यक हैं।
साध्वी विपुल यशा द्वारा ज्योति केंद्र प्रेक्षा का प्रयोग करवाया गया जिससे सभी को ध्यान की अनुभूति मिली। कार्यक्रम में अनेक गणमान्य महानुभाव उपस्थित रहे। संचालन महिला मंडल की प्रेक्षा प्रशिक्षक सीमा डांगी ने किया तथा आभार सह मंत्री संगीता बाफना ने व्यक्त किया।