
सूरत। लालगेट पुलिस ने एक बड़े साइबर ठगी के मामले का भंडाफोड़ करते हुए एक युवक को गिरफ्तार किया है। पुलिस के अनुसार आरोपी ने अपने मित्र के साथ मिलकर 13 अलग-अलग बैंकों में फर्जी खाते खुलवाकर 2 करोड़ 75 लाख रुपये का लेन-देन मात्र 45 दिनों में किया।
गिरफ्तार आरोपी का नाम प्रियांक इन्द्रवदन पटेल है। जांच में सामने आया कि वह गोवा निवासी अपने पुराने मित्र प्रकाश ठक्कर के साथ मिलकर यह ठगी कर रहा था। प्रकाश फिलहाल गोवा में एक प्राइवेट ऑफिस में काम करता है। उसने प्रियांक को पैसों की जरूरत का बहाना बताकर विभिन्न बैंकों में अकाउंट खुलवाने के लिए तैयार किया। हर खाते के बदले 20 से 25 हजार रुपये देने का वादा किया गया।
प्रियांक ने अपने सभी खातों की जानकारी, पासबुक, चेकबुक और डेबिट कार्ड प्रकाश को भेज दिए, जो साइबर ठगी में इस्तेमाल किए गए। ठगी की गई रकम प्रियांक के खातों में जमा की जाती थी।
एक शिकायत के अनुसार शाहपुर निवासी मुनीर अहमद को अज्ञात नंबर से फोन आया, जिसमें कॉलर ने खुद को उसका मित्र बताया और अस्पताल में भर्ती होने की बात कहकर Google Pay के बंद होने का बहाना बनाया। उसने मुनीर के अकाउंट में पैसे ट्रांसफर कर QR कोड स्कैन करने को कहा, जिससे ₹42,000 की ठगी हुई। यह रकम भी प्रियांक पटेल के खाते में गई थी।
लालगेट पुलिस और साइबर सेल ने तेजी से जांच कर आरोपी को ट्रेस किया और गिरफ्तार कर लिया। मामले की जांच जारी है और अन्य बैंक खातों की भी पड़ताल की जा रही है।