महिधरपुरा पुलिस ने दिखाई मानवता की मिसाल, आत्महत्या के इरादे से आए युवक को दी राहत
आर्थिक संकट से जूझ रहे एटीएम गार्ड को दिलवाया तीन माह का बकाया वेतन, मनोवैज्ञानिक काउंसलिंग से संभाला मानसिक संतुलन

सूरत। महिधरपुरा पुलिस ने संवेदनशीलता और तत्परता का परिचय देते हुए एक आत्महत्या की कोशिश को न सिर्फ रोका बल्कि पीड़ित को उसकी समस्या का समाधान भी दिलाया। आर्थिक तंगी से परेशान होकर आत्महत्या का विचार लेकर थाने पहुंचे हिरेनकुमार दिनेशभाई पंड्या को पुलिस ने सकारात्मक सहयोग और मार्गदर्शन देकर नया जीवन दृष्टिकोण प्रदान किया।
हिरेंकुमार एटीएम सुरक्षा गार्ड के रूप में कार्यरत हैं और उन्हें पिछले तीन माह से 24,000 रुपये वेतन नहीं मिला था। इसी वजह से वे गंभीर आर्थिक संकट से गुजर रहे थे और निराश होकर कीटनाशक ज़हर खरीदकर आत्महत्या का मन बना चुके थे। इससे पहले उन्होंने महिधरपुरा पुलिस स्टेशन पहुंचकर अपनी पीड़ा साझा की।
पुलिस निरीक्षक एच.एम. चौहान, एच.आर. चौधरी और एम.एल. डामोर ने मामले को गंभीरता से लिया और हिरेनकुमार की मानसिक स्थिति को समझते हुए तत्काल कार्रवाई की। पुलिस टीम ने संबंधित सुपरवाइजर और कंपनी से संपर्क कर उन्हें बकाया वेतन की राशि दिलवाई। साथ ही, पीड़ित को काउंसलिंग देकर आत्महत्या जैसे विचारों से उबरने की प्रेरणा दी।
काउंसलिंग के दौरान पुलिस ने हिरेनकुमार को जीवन में सकारात्मक सोच अपनाने, परिवार के साथ समय बिताने और समस्याओं का डटकर सामना करने की सलाह दी। पुलिस के इस मानवीय व्यवहार और संवेदनशील दृष्टिकोण से प्रभावित होकर हिरेनकुमार अपने आत्मघाती विचारों से बाहर आए और संतोषपूर्वक अपने परिवार के पास लौट गए।
महिधरपुरा पुलिस की इस सराहनीय कार्रवाई ने यह साबित किया कि पुलिस न केवल कानून व्यवस्था की रखवाली करती है, बल्कि जरूरतमंदों के लिए सहारा बनकर मानवता की मिसाल भी कायम करती है।