
दोनों व्यापारी उधार कपड़ा खरीदकर मार्केट से फरार, फोन भी स्विच ऑफ — पुलिस में सामूहिक शिकायत की तैयारी
सूरत। देशभर में पिछले दो वर्षों से चल रही टेक्सटाइल इंडस्ट्री की मंदी का दौर अब व्यापारियों के लिए दोहरी मार लेकर आ रहा है। एक ओर बाजार में मांग कम होने से व्यापार ठप है, तो दूसरी ओर इस मंदी का फायदा उठाकर ठगी करने वाले गिरोह सक्रिय हो गए हैं। ताजा मामला सूरत की रिंग रोड स्थित अभिषेक मार्केट और मिलेनियम मार्केट-4 का है, जहां दो व्यापारियों ने एक योजनाबद्ध तरीके से तकरीबन 60 वीवर्स व बॉक्स पैकिंग करने वाले व्यापारियों को लाखों का माल उधारी में खरीदी कर करीब छह करोड़ रुपये की ठगी करने का खबर आ रही है। पिछले एक सप्ताह से मार्केट से लापता हो गए हैं।
व्यापारियों के अनुसार, इन दोनों ठग व्यापारियों ने पहले छोटी मात्रा में माल लेकर समय पर भुगतान किया, जिससे बाजार में उनका विश्वास बन गया। इसके बाद उन्होंने एकाएक बड़े ऑर्डर देने शुरू किए और वीवर्स को भरोसे में लेकर भारी मात्रा में ग्रे कपड़ा व अन्य माल उधारी में लिया। लेकिन माल लेने के कुछ ही दिनों बाद दोनों व्यापारी अपनी दुकाने बंद कर मार्केट से गायब हो गए। जब उनसे संपर्क करने का प्रयास किया गया तो उनके मोबाइल नंबर भी बंद मिले, जिससे सभी व्यापारी हैरान रह गए।
सूत्रों के अनुसार, इन व्यापारियों ने वीविंग और पैकिंग क्षेत्र के करीब 60 से 70 वीवर्स से उधार माल लिया है, जिनकी कुल देनदारी लगभग छह करोड़ रुपये आंकी जा रही है। सभी पीड़ित व्यापारियों ने आपसी चर्चा के बाद अब सामूहिक रूप से पुलिस में शिकायत दर्ज कराने की तैयारी शुरू कर दी है।
गौरतलब है कि पिछले तीन महीने से मंदी के कारण वीवर्स और ट्रेडिंग फर्में अपने तैयार माल को निकालने के लिए उधारी पर माल देने को मजबूर हैं। इस परिस्थिति का लाभ ठग उठाकर मार्केट में पहले खुद को स्थिर दिखाते हैं, भरोसा जमाते हैं और फिर एक ही बार में बड़ा उठमण कर फरार हो जाते हैं। यह कोई पहली घटना नहीं है, लेकिन मंदी के इस दौर में ऐसे मामलों में तेजी से इजाफा हुआ है।
व्यापारिक सूत्रों का कहना है कि मार्केट में पहले से ऐसे गिरोहों की सक्रियता बढ़ रही है जो मंदी के बहाने से व्यापारियों को भ्रमित कर रहे हैं। व्यापारिक संगठनों ने भी अब व्यापारियों को आगाह किया है कि वे नई फर्मों या नए चेहरों से बिना पुख्ता जानकारी के उधारी पर माल न दें और जरूरी कानूनी दस्तावेजी सुरक्षा के बाद ही व्यापार करें।
टेक्सटाइल सेक्टर में पहले ही लागत और भुगतान की समस्याएं बनी हुई हैं, ऐसे में इस प्रकार की धोखाधड़ी न केवल व्यापारियों को भारी आर्थिक नुकसान पहुंचा रही है, बल्कि पूरे उद्योग की साख और स्थायित्व पर भी सवाल खड़े कर रही है। अब व्यापारी इस प्रकरण में जल्द से जल्द कार्रवाई की मांग कर रहे हैं ताकि ऐसे ठगों पर शिकंजा कसा जा सके और बाजार में फिर से भरोसे का माहौल बन सके।