विश्व हिंदी परिषद गुजरात के उपाध्यक्ष मनोनीत हुए श्री शक्तिवीरसिंह

नई दिल्ली। विश्व हिंदी परिषद के राष्ट्रीय महासचिव डॉ. विपिन कुमार ने श्री शक्तिवीर सिंह को गुजरात राज्य का उपाध्यक्ष मनोनीत किया है। परिषद ने विश्वास जताया है कि श्री सिंह हिंदी के प्रचार-प्रसार और परिषद के मूल उद्देश्यों को जन-जन तक पहुँचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। परिषद का मुख्य उद्देश्य भारतीय भाषाओं के साथ हिंदी को राष्ट्रभाषा के रूप में स्थापित करना है।
श्री सिंह को यह जिम्मेदारी उनके राजभाषा क्षेत्र के अनुभव और सक्रिय सहभागिता को देखते हुए सौंपी गई है। वर्तमान में वे गेल (इंडिया) लिमिटेड, हजीरा, सूरत में राजभाषा अधिकारी के पद पर कार्यरत हैं। इससे पूर्व वे बैंक ऑफ बड़ौदा में राजभाषा प्रबंधक तथा टीसीएस, ओरेकल, सीएमसी में पुर्तगाली भाषा विशेषज्ञ के रूप में कार्य कर चुके हैं। श्री सिंह के लेख देश के प्रमुख समाचार पत्रों और पत्रिकाओं में प्रकाशित होते रहे हैं।
उन्होंने दो दर्जन से अधिक राष्ट्रीय संगोष्ठियों में सहभागिता की है और गृह मंत्रालय द्वारा आयोजित द्वितीय अखिल राजभाषा सम्मेलन की ‘लोगो प्रतियोगिता’ में चौथा स्थान प्राप्त किया। उन्हें यूनियन राजभाषा रत्न, महाकवि भूषण भाषा पुरस्कार, सरदार पटेल भाषा पुरस्कार, ओएनजीसी ओजस्वी पुरस्कार सहित कई सम्मान प्राप्त हो चुके हैं। कंठस्थ 2.0 प्रतियोगिता में वे पीएसयू श्रेणी में दिसंबर 2024 से अब तक प्रथम स्थान पर हैं।सिंह द्वारा लिखित “निधि” का मंचन रेडियो उड़ान पर दुनिया के 13 देशों में किया गया।
श्री सिंह ने 60 से अधिक कार्यशालाओं में मुख्य वक्ता के रूप में सहभागिता की, जिनमें बैंकिंग, शिक्षा, प्रशासन, मीडिया, सुरक्षा सहित कई क्षेत्रों के प्रतिष्ठित संस्थान शामिल हैं।
उनकी मनोनयन पर डॉ. डीपी मिश्रा, डॉ. नंदकिशोर साह, डॉ. विवेक मणि त्रिपाठी सहित अनेक साहित्यकारों, पत्रकारों और समाजसेवियों ने बधाई दी है।