प्रेक्षा प्रवाह कार्यशाला: शक्ति और शांति की ओर साध्वीश्री डॉ. मंगलप्रज्ञाजी के सान्निध्य में आयोजन

सूरत। अखिल भारतीय तेरापंथ महिला मंडल के निर्देशन में सूरत तेरापंथ महिला मंडल द्वारा “प्रेक्षा प्रवाह – शक्ति एवं शांति की ओर” विषयक मंत्र-प्रेक्षा कार्यशाला का आयोजन आर्शीवाद पैलेस में किया गया। यह कार्यशाला प्रो. साध्वीश्री डॉ. मंगलप्रज्ञाजी आदि ठाणा-6 के सान्निध्य में संपन्न हुई, जिनका चातुर्मास वर्तमान में सूरत सीटी लाइट भवन में चल रहा है। यह उनके सान्निध्य में आयोजित प्रथम कार्यशाला थी।
कार्यशाला की शुरुआत नमस्कार महामंत्र के साथ हुई, इसके पश्चात मंडल की बहनों द्वारा मंगलाचरण प्रस्तुत किया गया। साध्वीश्री सुदर्शना प्रभाजी ने अर्हम् मंत्र प्रेक्षा करवाई, वहीं साध्वीश्री शौर्य प्रभाजी ने “जीरो से हीरो कैसे बनें” विषय पर मार्गदर्शन प्रदान किया।
मुख्य वक्ता प्रो. साध्वीश्री डॉ. मंगलप्रज्ञाजी ने प्रेक्षा ध्यान की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए बताया कि इसका आधार आचारांग सूत्र है और यह ध्यान पद्धति कैसे प्रारंभ हुई, इस पर भी विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने प्रेक्षा ध्यान के माध्यम से रोगों से मुक्ति पाने की सत्य घटनाओं के उदाहरण देकर उपस्थितों को प्रेरित किया।
मंडल अध्यक्षा चंदा भोगर ने स्वागत भाषण प्रस्तुत करते हुए साध्वीश्रीजी के प्रति आभार व्यक्त किया। कार्यशाला का संयोजन संयोजिका अल्का सांखला एवं सह-संयोजिका निल्पा परिख ने किया, जबकि आभार ज्ञापन सह-संयोजिका सुषमा हीरावत ने किया।
इस अवसर पर निवर्तमान महामंत्री मधु देरासरिया, राष्ट्रीय समिति सदस्य राखी बैद सहित परामर्शक, पूर्वाध्यक्षा, पदाधिकारीगण एवं कार्यकारिणी की लगभग 100 बहनों की गरिमामयी उपस्थिति रही।