सूरत में ठंडे पानी के नाम पर लोगों की सेहत से खिलवाड़

सूरत। गर्मी में घरों और दफ्तरों में इस्तेमाल होने वाले 20 लीटर केन में सप्लाई किया जाने वाला पानी अब लोगों की सेहत के लिए खतरा बन सकता है। शहर में चल रहे कुछ वाटर प्लांट्स में पानी को अधिक समय तक ठंडा बनाए रखने के लिए हानिकारक केमिकल मिलाने की शिकायतें सामने आई हैं। मनपा की ओर से इसकी जांच की जाएगी। अधिकांश लोग मानते हैं कि यह पानी फिल्टर होकर आता है और सुरक्षित है, लेकिन इसकी शुद्धता और तकनीकी प्रक्रिया की जानकारी आम लोगों को नहीं है। सेडिमेंट फिल्ट्रेशन, एक्टिवेटेड कार्बन फिल्ट्रेशन, आरओ, यूवी ट्रीटमेंट, ओजोनाइजेशन विधि से पानी को फिल्टर किया जाता है लेकिन ज्यादातर प्लांट ऐसा नहीं कर रहे हैं। ज्यादा सप्लाई के चक्कर और मुनाफा खोरी के लिए ऐसा किया जा था है। शिकायत है कि प्लांट्स पानी को अधिक समय तक ठंडा बनाए रखने के लिए मेंथॉल
बेस्ड केमिकल्स या कूलेंट पदार्थ मिला रहे हैं, जो शरीर में जाकर किडनी और लिवर को प्रभावित कर सकते हैं। कुछ केमिकल्स में
नाइट्रेट कंपाउंड्स भी हो सकते हैं जो पानी में घुलकर शरीर में धीरे-धीरे प्रभाव डालते हैं। डॉक्टरों की माने तो लंबे समय तक ऐसा पानी पीने से पाचन तंत्र में गड़बड़ी, स्किन एलर्जी, किडनी की कार्यक्षमता में कमी, और इम्यून सिस्टम कमजोर हो सकता है। मनपा स्वास्थ्य विभाग ने संज्ञान लेते हुए शहर के अनाधिकृत वाटर प्लांट्स की जांच करेगी। जिन प्लांट्स में केमिकल का प्रयोग मिलेगा, उन पर कार्रवाई होगी।