
राजस्थान के उदयपुर जिले में 15 मई की रात एक सनसनीखेज वारदात सामने आई, जिसमें सूरत के कपड़ा व्यापारी मुकेश जोशी का फिल्मी अंदाज़ में अपहरण कर लिया गया। व्यापारी अपनी ननद को डॉक्टर से दिखाकर लौट रहे थे, तभी सायरा थाना क्षेत्र के पदराड़ा चौराहे पर एक काली कार ने उनकी गाड़ी को रोका। कार से उतरे तीन बदमाशों ने उन्हें जबरन अपनी कार में बैठाया और फरार हो गए।
इस मामले में अपहरण की वजह 20 लाख रुपये की लेनदेन से जुड़ा विवाद सामने आया। पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि आरोपी कुलदीप का मुकेश जोशी से आर्थिक लेनदेन को लेकर विवाद था। फिरौती के तौर पर 20 लाख रुपये की मांग की गई थी, जिसमें से आधा हिस्सा कुलदीप को और बाकी उसके चार साथियों दुर्गेश,अमित, सुरपाल और प्रकाश को बांटे जाने थे।
घटना की सूचना मिलते ही उदयपुर पुलिस सतर्क हो गई। सीसीटीवी फुटेज और टोल प्लाजा की मदद से आरोपियों की कार को ट्रैक किया गया। सटीक रणनीति और त्वरित कार्रवाई करते हुए उदयपुर, जालौर, पिंडवाड़ा, सुमेरपुर, रोहित सहित कई जिलों की पुलिस टीमों ने संयुक्त अभियान चलाया। जोधपुर तक पीछा करने के बाद आखिरकार बाड़मेर जिले के सिवाना क्षेत्र में देवड़ा टोल के पास जोधपुर की कोबरा टीम और बालोतरा डीएसटी ने सभी पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
इस पूरे घटनाक्रम में पुलिस ने महज 18 घंटे में व्यापारी को सकुशल मुक्त कराकर अपराधियों को दबोच लिया।
सिरोही एसपी योगेश गोयल ने बताया कि पकड़े गए आरोपियों में से अधिकतर के खिलाफ पूर्व में भी आपराधिक मामले दर्ज हैं। उनकी गिरफ्तारी के साथ ही अपहरण की गुत्थी को सुलझा लिया गया है। पुलिस अब मामले में विस्तृत पूछताछ कर आगे की कार्रवाई में जुटी है।