सुरत में पुलिस परिवार की महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए जरी-जरदोजी प्रशिक्षण आयोजित

सुरत।सुरत में पहली बार पुलिस परिवार की महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से पुलिस कमिश्नर की पत्नी संध्या गहेलोत के मार्गदर्शन में जरी-जरदोजी प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया। भारत सरकार के वस्त्र मंत्रालय के हस्तशिल्प विभाग के सहयोग से अमी हैंडीक्राफ्ट्स द्वारा आयोजित इस डिजाइन एंड टेक्निकल डेवलपमेंट वर्कशॉप का समापन हुआ।
प्रशिक्षण प्राप्त करने वाली पुलिस परिवार की महिलाओं को केंद्र सरकार के हस्तशिल्प विभाग द्वारा आर्टिजन कार्ड और प्रमाणपत्र देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर पूर्व केंद्रीय मंत्री दर्शना जरदोज, सुरत के कलेक्टर डॉ. सौरभ पारधी, पुलिस कमिश्नर अनुपमसिंह गहेलोत और मेयर दक्षेश मावाणी उपस्थित रहे।
सुरत का जरी-जरदोजी उद्योग ऐतिहासिक रूप से प्रसिद्ध है और इसे संरक्षित व विकसित करने के लिए अमी हैंडीक्राफ्ट्स संस्था सक्रिय रूप से कार्यरत है। वर्ष 2024-25 में इस संस्था द्वारा 135 महिलाओं को केंद्र सरकार के वस्त्र मंत्रालय की विभिन्न योजनाओं के तहत प्रशिक्षण प्रदान किया गया।
गुजरात में पहली बार पुलिस परिवार की 30 महिलाओं को संध्या गहेलोत के मार्गदर्शन में 10 दिनों का बेसिक और 30 दिनों का विशेष जरी-जरदोजी डिजाइन व तकनीकी विकास प्रशिक्षण दिया गया। इस प्रशिक्षण से महिलाएं वर्क फ्रॉम होम के माध्यम से विभिन्न उत्पाद तैयार कर सकती हैं और आत्मनिर्भर बन सकती हैं। प्रशिक्षित महिलाओं को केंद्र सरकार के हस्तशिल्प विभाग का आर्टिजन कार्ड और प्रमाणपत्र प्रदान किया गया, जिससे वे भविष्य में ग्रामीण सखी मेला, गांधी शिल्प बाजार, महिला आर्थिक विकास निगम, रेलवे स्टेशन और एयरपोर्ट पर अपने उत्पादों का विक्रय कर सकेंगी।
कार्यक्रम के दौरान चैंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष विजय मेवावाला ने घोषणा की कि सुरत पुलिस परिवार की महिलाओं को जरी-जरदोजी प्रशिक्षण के तहत तैयार उत्पादों के लिए चैंबर ऑफ कॉमर्स की प्रदर्शनी में नि:शुल्क स्टॉल प्रदान किए जाएंगे, जिससे वे अपने उत्पादों का बेहतर विपणन कर सकें।