117वीं वर्षगांठ पर बैंक ऑफ बड़ौदा ने किया सादगीपूर्ण स्थापना दिवस समारोह का आयोजन
मुख्य अतिथि डॉ. रवींद्र पाटील ने दी प्रेरणादायी सीख, दिवंगत कर्मचारी को दी श्रद्धांजलि

सूरत। देश की प्रमुख सार्वजनिक क्षेत्र की बैंकिंग संस्था बैंक ऑफ बड़ौदा ने रविवार, 20 जुलाई को अपनी 117वीं स्थापना वर्षगांठ पर एक सादगीपूर्ण एवं गरिमामय समारोह का आयोजन किया। हाल ही में बैंक के एक समर्पित कर्मचारी का पुणे में दुखद निधन हो जाने के कारण समारोह को विशेष रूप से सादगीपूर्ण स्वरूप में मनाया गया।
समारोह के मुख्य अतिथि भारत भारती के उपाध्यक्ष डॉ. रवींद्र पाटील ने अपने संवेदनशील एवं प्रेरणादायी उद्बोधन में दिवंगत कर्मचारी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा—
“हम बैंक परिवार के एक प्रिय सदस्य को खो चुके हैं, यह व्यक्तिगत और संस्थागत दोनों ही स्तर पर अपूरणीय क्षति है। मैं दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करता हूँ तथा उनके परिवार के प्रति गहरी संवेदना प्रकट करता हूँ।”
डॉ. पाटील ने बैंक ऑफ बड़ौदा की ऐतिहासिक यात्रा की सराहना करते हुए कहा—
“महाराजा सयाजीराव गायकवाड़ द्वारा 1908 में स्थापित यह बैंक पिछले **117 वर्षों से राष्ट्र निर्माण की भावना के साथ जनता की सेवा कर रहा है। यह केवल एक बैंक नहीं, बल्कि किसानों, उद्यमियों, छात्रों और आम नागरिकों के आत्मनिर्भरता का मजबूत आधार है।”
डॉ. पाटील ने बैंक ऑफ बड़ौदा की विभिन्न सामाजिक एवं आर्थिक पहलों की भी प्रशंसा करते हुए कहा कि—
“डिजिटल बैंकिंग, स्टार्टअप्स को प्रोत्साहन, एमएसएमई सेक्टर और ग्रामीण सशक्तिकरण में बैंक ऑफ बड़ौदा की भूमिका उल्लेखनीय और प्रेरणास्पद है।”
समारोह में बैंक के वरिष्ठ अधिकारी, कर्मचारी, गणमान्य नागरिक एवं सामाजिक कार्यकर्ता उपस्थित रहे। कार्यक्रम में सामूहिक श्रद्धांजलि के साथ संस्थागत प्रतिबद्धता के संकल्प का भी दोहराव किया गया।