
प्रतिभा बोथरा की 🖊️ से
*एक हो गया हिंदुस्तान*
बढ़ गया रुतबा अपना, बढ़ गई अपनी शान ,,,,,,
कितना दमखम है हम में ,सारी दुनिया ने लिया पहचान ,,,,,,
जब बात वतन पर आई तो,
एक हो गया हिंदुस्तान,,,,,
रख ताक पर अपना अभिमान
सत्ता से पहले स्वाभिमान
ना डरे ना हुए परेशान
खड़े हो गए सब सीना तान
एक हो गया हिंदुस्तान
मजहब धर्म की ना बजी पुपाड़ी
जात-पात ना आई आडी
इंसानियत के खातिर सब
बन गए बस इंसान
एक हो गया हिंदुस्तान
दुश्मन ने जब आतंक दिखाया
हमने जरा सी आंख दिखाई
*नापाक* *पाक* की निकली अकड़ान
हिल गए उसके धरती आसमान
हुआ कंगाल हुआ बेहाल मिला बस उसे अपमान
जब एक हो गया हिंदुस्तान
आया था देने घाव हमें
हमने दे दिए *सिंदूर के निशान*
कह रही दुनिया हंस-हंसकर
*सिंदूरी विधवा* हो गया *पाकिस्तान*
जब एक हो गया हिंदुस्तान
बहू बेटियां भी देश की
शौर्यता की है पहचान
सिंदूर उसका मिटाया है जो
वो मिटा देगी तुम्हारा नामोनिशान
जब एक हो गया हिंदुस्तान
कोई नजर डालें भारत मां की अस्मत पर
कर देंगे उसको लहू लुहान
जब एक हो गया हिंदुस्तान
हम मजबूत खड़े हैं अपने दम पर
नहीं चाहिए किसी का अहसान
*जल थल नभ के वीर जवान*
वतन के गौरव वतन का सम्मान
हम शांति प्रिय हम अहिंसा वादी
राष्ट्र प्रेम में बसती हमारी जान
गर की कोशिश फिर आतंक मचाने की
तो नहीं रहेगा फिर पाकिस्तान
जब एक हो गया हिंदुस्तान
*विश्व गुरु* बनने से कोई रोक ना सकेगा
*प्रतिभाशाली* भारत कहीं नहीं झुकेगा
अब समझ गया यह सारा जहान
*जब एक हो गया हिंदुस्तान*
*जब एक हो गया हिंदुस्तान*