आचार्य भगवन का आत्म भवन में मंगल पदार्पण

सूरत ।आचार्य सम्राट डॉ. श्री शिवमुनि जी म.सा. आदि ठाणा साधुवृंद के साथ मंगलवार को प्रातः सचिन से लगभग 14 किलोमीटर का विहार कर प्रातः 9.15 बजे आत्म भवन अवध संगरीला पधारे।
मंगल पदार्पण पर आचार्य भगवन ने अपने मंगल आशीर्वचन में फरमाया कि मौन साधना के पश्चात् हमारा सूरत के विभिन्न क्षेत्रों में प्रवास हुआ और सूरत के श्रद्धालुओं, श्रावक-श्राविकाओं की उत्तम भावना सराहनीय है, अनुमोदनीय है। व्यक्ति चाहे कहीं भी घूमकर आए उसे अपना घर ही अच्छा लगता है उसी तरह हमें भी हमारे साधना स्थल अवध संगरीला की याद आती रही और आज हम नव दीक्षित संतों के साथ आत्म ध्यान साधना हेतु आत्म भवन आ गए।
प्रमुख मंत्री श्री शिरीष मुनि जी म.सा. ने अपने संक्षिप्त उद्बोधन में फरमाया कि आचार्य भगवन के सान्निध्य में विभिन्न आयोजन हुए, आचार्य भगवन ने अलिप्त रहते हुए अपनी साधना को महत्त्व दिया। आने वाले समय में भी अधिक से अधिक आत्म ध्यान साधना को ही महत्त्व दिया जाएगा। साथ ही उन्होंने श्रद्धालु श्रावक-श्राविकाओं को अनावश्यक वार्तालाप न कर भगवन की आत्म ध्यान साधना में सहयोगी बनने की बात कही।
शिवाचार्य आत्म ध्यान फाउण्डेशन की ओर से श्री रोहित जैन ने भगवन की विहार यात्रा में आए हुए श्रद्धालुओं के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करते हुए अपनी भावनाएं व्यक्त की।
इस अवसर पर सुश्री ज्योति मेहता ने ‘‘प्रभु की मर्जी है कृपा तो बरसी है, पधारे भगवन अवध’’ भजन द्वारा अपनी भावनाएं व्यक्त की।
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