
सूरत। सरोली पुलिस थाने के हेड कांस्टेबल अजमल वरदाजी और पीसीआर वैन-66 के ड्राइवर देवांगभाई की तत्परता से एक युवती की जान बच गई। युवती ने खेत में जाकर जहरीली दवा पी ली थी, जहां वाहन नहीं पहुंच सकता था। ऐसे में हेड कांस्टेबल अजमल ने अपनी ड्यूटी से आगे बढ़कर मानवीयता का परिचय देते हुए युवती को कंधे पर उठाकर अस्पताल पहुंचाया। समय पर इलाज मिलने से युवती की जान बच गई।
घटना बुधवार शाम करीब 5:30 बजे की है, जब पुलिस कंट्रोल रूम से वायरलेस पर संदेश प्रसारित हुआ कि सरोली क्षेत्र के पूजन प्लाज़ा के सामने, वीतराग लॉन के पास एक खेत में एक युवती ने जहर खा लिया है। सूचना मिलते ही हेड कांस्टेबल अजमल वरदाजी और ड्राइवर देवांगभाई तुरंत पीसीआर वैन लेकर मौके पर पहुंचे।
जांच करने पर पता चला कि युवती ने खेत के अंदर एक झोपड़ीनुमा कमरे में जहरीली दवा पी ली थी। रास्ता कीचड़भरा होने के कारण वैन या एम्बुलेंस वहां नहीं पहुंच सकती थी। ऐसे में हेड कांस्टेबल अजमल ने जूते-मोजे उतारकर वैन को सड़क पर ही छोड़ी और खेत में दौड़ लगा दी। युवती अर्ध-बेहोश अवस्था में पड़ी थी। अजमल ने बिना देरी किए उसे कंधे पर उठाया और खेत से बाहर लाने लगे। रास्ते में युवती को होश में बनाए रखने के लिए लगातार बात करते रहे। खेत का गेट बंद होने के कारण दीवार फांदकर युवती को बाहर लाया गया और फिर पास के अस्पताल ले जाया गया। वहां से एम्बुलेंस में उसे सिविल अस्पताल (स्मIMER) पहुंचाया गया, जहां समय पर इलाज से उसकी जान बच गई।
पुलिस कमिश्नर अनुपमसिंह गहलोत ने इस सराहनीय कार्य के लिए अजमल वरदाजी और ड्राइवर देवांगभाई को पुलिस मुख्यालय बुलाकर कंधे पर हाथ रखकर उनका अभिनंदन किया और उनकी प्रशंसा की।
इस घटना से यह सिद्ध होता है कि पुलिस विभाग के कुछ कर्मठ और संवेदनशील कर्मचारी आम लोगों के लिए किसी मसीहा से कम नहीं हैं।