
सूरत,।द सदर्न गुजरात चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के अध्यक्ष श्री विजय मेवावाला, उपाध्यक्ष श्री निखिल मद्रासी एवं मानद सचिव श्री निरव मांडेलेवाला ने सोमवार को मुंबई में भारत सरकार की टेक्सटाइल कमिश्नर सुश्री रूप राषि से भेंट कर उद्योग एवं व्यापार क्षेत्र से जुड़े कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर प्रत्यक्ष रूप से चर्चा की।
मुख्य रूप से चर्चा का केंद्र बिंदु टेक्सटाइल इंडस्ट्री में लागू होने जा रहे क्वालिटी कंट्रोल ऑर्डर (QCO) को लेकर था, जो कि 28 अगस्त 2025 से हाईस्पीड टेक्सटाइल मशीनरी पर लागू किया जाना प्रस्तावित है। चैंबर पदाधिकारियों ने बताया कि भारत में अधिकांश हाईस्पीड टेक्सटाइल और एम्ब्रॉयडरी मशीनें विदेशों से आयात की जाती हैं। ऐसे में QCO लागू होने से इन मशीनों का आयात बाधित होगा, जिससे उद्योग की वृद्धि पर विपरीत असर पड़ेगा।
उद्योग की आवश्यकता को रेखांकित करते हुए बताया गया कि आने वाले वर्षों में भारत को 40 हजार से अधिक आधुनिक विइविंग मशीनों की जरूरत पड़ेगी, जबकि वर्तमान में देश के पास विश्व स्तरीय हाईस्पीड टेक्सटाइल मशीन निर्माण की सुविधा नहीं है। यदि QCO लागू हुआ तो मशीनों का आयात रुक जाएगा और इससे उद्योग की ग्रोथ रुकने के साथ रोजगार पर भी सीधा प्रभाव पड़ेगा। वर्तमान में टेक्सटाइल सेक्टर, कृषि के बाद देश में सबसे अधिक रोजगार देने वाला क्षेत्र है।
इसके अलावा चैंबर ने टेक्सटाइल कमिश्नर से अनुरोध किया कि सूरत में प्रस्तावित टेक्सटाइल यूनिवर्सिटी की स्थापना को लेकर भी केंद्र सरकार के स्तर पर कार्रवाई हो। साथ ही, अगले वर्ष आयोजित होने वाली सभी टेक्सटाइल एग्जीबिशनों को मंत्रालय के सहयोग से करवाने की मांग भी की गई।
टेक्सटाइल कमिश्नर सुश्री रूप राषि ने चैंबर की सभी मांगों पर सकारात्मक रुख अपनाते हुए आश्वासन दिया कि हाईस्पीड मशीनों पर QCO को हटाने या इसके कार्यान्वयन को आगे बढ़ाने के लिए वे भी केंद्र सरकार के समक्ष प्रस्ताव रखेंगी।