
सूरत।सूरत के वराछा स्थित प्रमुख ज्वेलर्स में काम करने वाले एक सेल्समैन ने अपने बेटे-बेटी की शादी का बहाना बनाकर 12.36 लाख रुपये के सोने के गहने उधारी में लिए और फिर संपर्क काटकर फरार हो गया। दुकान मालिक ने जब बार-बार फोन किया, तो उसका मोबाइल बंद मिला। व्यापारी ने खुद राजस्थान जाकर तलाश की, लेकिन आरोपी घर से गायब हो चुका था। इसके बाद वराछा पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई गई।
वराछा पुलिस के अनुसार, एल.एच. रोड, एफिल टावर में रहने वाले रश्मिकांत गीरधरलाल घाणक वराछा की रामकृष्ण सोसाइटी में स्थित “प्रमुख ज्वेलर्स” के मालिक हैं। अप्रैल 2023 में उन्होंने राजस्थान के शिहोर तालुका, सोरडा गांव निवासी दिनेशकुमार हजारीजी पुरोहित को सेल्समैन के रूप में नौकरी पर रखा था। कुछ समय बाद दीनू पुरोहित ने मालिक से कहा कि बेटे-बेटी की शादी के लिए परिवार गहने पसंद कर रहा है और दिवाली के बाद फसल की आमदनी से पूरा भुगतान कर देगा। इस भरोसे पर व्यापारी ने उसे सोने की चेन, मंगलसूत्र, दो कंगन, लक्की, 16.100 ग्राम का सोने का सेट, दो पेंडेंट और दो अंगूठियां सहित कुल 12,36,920 रुपये मूल्य के गहने उधारी में दे दिए।
इसके बाद 23 अक्टूबर 2024 को दीनू पुरोहित ने किसी कारणवश एसिड पीने का नाटक किया, जिसके इलाज का खर्च भी व्यापारी ने उठाया। बाद में परिवार उसे इलाज के बहाने राजस्थान ले गया। जब व्यापारी ने वादा किए गए भुगतान के लिए बार-बार संपर्क किया, तो उसका मोबाइल बंद मिला। आखिरकार, जब व्यापारी खुद राजस्थान पहुंचा, तो आरोपी पहले ही फरार हो चुका था, और उसके परिवार के सदस्य कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे रहे थे।
इसके बाद वराछा पुलिस स्टेशन में दीनू पुरोहित के खिलाफ आईपीसी की धारा 318(4) के तहत शिकायत दर्ज कराई गई। पुलिस अधिकारी एफ.एस. चौधरी मामले की जांच कर रहे हैं। व्यापारी समुदाय के लिए यह एक चेतावनी है कि किसी भी ग्राहक को उधारी में गहने देने से पहले पूरी जांच-पड़ताल करें। पुलिस आरोपी की तलाश में जुटी है और जल्द ही गिरफ्तारी हो सकती है।