माधव गौशाला में ब्रह्मविधा विहंगम योग साधना शिविर आयोजित

सूरत। सद्गुरु सदाफल देव आश्रम, प्रयागराज के तत्वावधान में माधव गौशाला प्रांगण में ब्रह्मविधा (गीता का तत्वज्ञान) पर आधारित विहंगम योग साधना कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर सैद्धांतिक और क्रियात्मक साधना के माध्यम से मानसिक शांति, स्वास्थ्य और आध्यात्मिक जागरूकता पर विशेष चर्चा की गई।
कार्यक्रम का शुभारंभ सद्गुरु सदाफल देव जी की पूजा-अर्चना के साथ हुआ, जिसे अखिल भारतीय अग्रवाल संगठन के राष्ट्रीय महामंत्री राजेश भारूका, माधव गौशाला समिति के सचिन सिंगला, वेसु वेलफेयर के अध्यक्ष किशन शर्मा सहित अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने संपन्न किया।
विहंगम योग से मानसिक शांति और स्वास्थ्य लाभ
प्रचारक संत मोहन कालुनिया ने विहंगम योग की क्रियात्मक साधना के माध्यम से मन की स्थिरता, निर्मलता और मानसिक विकारों से मुक्ति के उपायों पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि प्राचीन ऋषियों द्वारा प्रतिपादित इस वैज्ञानिक साधना पद्धति से रक्तचाप, अवसाद, डिप्रेशन, चिंता, नकारात्मकता और अनिद्रा जैसी समस्याओं से मुक्ति पाई जा सकती है।उन्होंने आगे सद्गुरु की महिमा पर प्रकाश डालते हुए बताया कि सद्गुरु का स्थान सर्वोपरि होता है। संत कबीर का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा—
“गुरु गोविंद दोऊ खड़े, काके लागूं पाय।
बलिहारी गुरु आपने, गोविंद दियो लखाय।।”
उन्होंने बताया कि गुरु ही ईश्वर तक पहुंचने का मार्ग दिखाते हैं और भक्ति-मुक्ति का मार्ग प्रशस्त करते हैं। सद्गुरु के आशीर्वाद से ही आत्मज्ञान और मोक्ष प्राप्ति संभव है।कार्यक्रम में बड़ी संख्या में श्रद्धालु और साधक उपस्थित रहे, जिन्होंने विहंगम योग की साधना कर आध्यात्मिक ऊर्जा का अनुभव किया।