राज्यपाल श्री आचार्य देवव्रत और मुख्यमंत्री श्री भूपेन्द्र पटेल राजस्थान पत्रिका समूह के संस्थापक स्वर्गीय कर्पूरचन्द्र कुलिश की जन्म शताब्दी के अवसर पर सूरत में आयोजित की-नोट: 2025- भारत, भारतीयता, भारतीयता कार्यक्रम में भाग लेते हुए

पत्रिका समूह ने सच्ची और तथ्यपरक पत्रकारिता का मार्ग प्रशस्त कियाः मुख्यमंत्री श्री भूपेन्द्र पटेल
हम राष्ट्र की गौरवशाली विरासत के उत्तराधिकारी हैं और राष्ट्र की अमूल्य विरासत पर गर्व करना हमारा कर्तव्य हैः राज्यपाल श्री आचार्य देवव्रतजी
विद्रोही आवाज संवाददाता
सूरतः शुक्रवारः राज्यपाल श्री आचार्य देवव्रतजी और मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्र पटेल ने राजस्थान पत्रिका समूह के संस्थापक स्वर्गीय कर्पूरचंद्र कुलिशजी की जन्म शताब्दी के अवसर पर सूरत के सरसाणा कन्वेंशन सेंटर के प्लेटिनम हॉल में’ की-नोटः 2025- भारत , भारतीयता, भारतीयता’ कार्यक्रम में भाग लिया।
इस अवसर पर राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने कहा कि हम राष्ट्र की गौरवशाली विरासत के उत्तराधिकारी हैं और अपनी अमूल्य विरासत पर गर्व करना हमारा कर्तव्य है। भारत केवल भौगोलिक सीमाओं तक सीमित नहीं है, बल्कि हमारे प्राचीन वेद, पुराण, दर्शन और इसके मूल्य पूरे विश्व में मानवता की श्रेष्ठ संस्कृति के वाहक बने हैं।
राज्यपाल ने कहा कि राजस्थान पत्रिका समाचार पत्र के संपादक भी वृक्षारोपण, जल संरक्षण और स्वच्छता अभियान में योगदान देकर अपनी सामाजिक जिम्मेदारी निभा रहे हैं । उन्होंने कहा कि सत्य, अहिंसा, अपरिग्रह , स्वाध्याय, संतोष, तप किसी भी राष्ट्र की संस्कृति के मूल आधार हैं। संस्कृति के बिना राष्ट्र का कोई महत्व नहीं है। जिस प्रकार शरीर और आत्मा एक दूसरे के पूरक हैं, जिस प्रकार आत्मा के बिना शरीर और शरीर के बिना आत्मा की कल्पना नहीं की जा सकती, उसी प्रकार प्राचीन विरासत और संस्कृति से ही राष्ट्र जीवंत और चिरस्थायी रहता है। सत्य, करुणा दया और मानवता हमारी दिव्य संस्कृति की देन हैं। वीर माताओं की पवित्रता और वीर पुत्रों के पराक्रम से राष्ट्र का निर्माण होता है। उन्होंने दोनों के बीच अंतर स्पष्ट करते हुए कहा कि संस्कृति और सभ्यता में अंतर होता है।
राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में गुजरात सहित पूरे देश के किसानों को प्राकृतिक कृषि की ओर अग्रसर करने के अभियान को गति मिली है। उन्होंने सभी से प्राकृतिक खेती करने वाले किसानों के उत्पाद खरीदने का आग्रह किया ।
पत्रिका समूह के अध्यक्ष एवं विद्वान एवं विचारक डॉ. गुलाब कोठारी की रचनाओं में मानसिक, सामाजिक और आध्यात्मिक गहराई है। राज्यपाल ने स्वर्गीय कर्पूरचंद्र कुलिशजी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि उनकी रचनाओं में नैतिक पत्रकारिता, आत्मपरीक्षण और संवेदनशील समाज का दर्शन स्पष्ट रूप से दिखाई देता है। मुख्यमंत्री श्री भूपेन्द्र पटेल ने कहा कि वर्ष 1956 में प्रारम्भ हुआ पत्रिका समूह आज 8 राज्यों में 38 संस्करणों के साथ एक विशाल वृक्ष बन चुका है। इस वर्ष सरदार पटेल साहब, भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती तथा पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी की 100वीं जयंती है। उन्होंने राजस्थान पत्रिका समूह के संस्थापक स्वर्गीय कर्पूरचन्द्र कुलिश की जन्म शताब्दी मनाने पर पत्रिका समूह को बधाई दी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सम्पूर्ण विश्व को ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ की भावना का प्रेरक सन्देश देने वाले भारत ने सदैव विश्व शान्ति , एकता, सहिष्णुता और परस्पर सम्मान की भावना को प्राथमिकता दी है। हम विश्व की सम्पूर्ण मानवता के बीच भेदभाव करने वाले नहीं, बल्कि सह-अस्तित्व और एकता के मार्ग पर चलने वाले हैं। उन्होंने परस्पर सम्मान,प्रेम और भाईचारा बनाए रखते हुए ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ की भावना को और सुदृढ़ करने का अनुरोध किया ।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पत्रिका नाम से प्रसिद्ध यह लोकप्रिय समाचार पत्र सुबह-सुबह हमारे घरों में ज्ञान के फूल भेजता है। उन्होंने कहा कि पत्रिका समूह ने सत्य और तथ्य पर आधारित पत्रकारिता का मार्ग प्रशस्त किया है और इस समाचार पत्र ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ‘सौना साथ, सौना विकास’ की भावना को साकार किया है।
पत्रिका समूह के अध्यक्ष एवं प्रधान संपादक डॉ. गुलाब कोठारी ने कहा, पत्रिका समाचार पत्र मानवीय संवेदनाओं से परिपूर्ण जीवंत समाचार पत्र है। हमने पत्रिका कार्यालय को मंदिर माना है और पाठकों को समाचार पत्र की आत्मा मानकर महत्व दिया है। हमने समाज और सरकार को प्रभावित करने, समाज कल्याण की अलख जगाने और राष्ट्रीय भावना को प्राथमिकता देने में अग्रणी भूमिका निभाई है। पत्रकारिता के आदशों को ध्यान में रखते हुए हमने राजस्थान से शुरुआत की है और देश के व्यापक समूह तक अपनी पहुंच बनाई है।