गुजरातसामाजिक/ धार्मिकसूरत सिटी
तेरापंथ महिला मंडल सूरत द्वारा चित्त समाधि शिविर
बने रहें गतिशील, निर्मलऔर उपयोगी-प्रोफेसर साध्वी मंगल प्रज्ञा

सूरत।तेरापंथ महिला मंडल सूरत द्वारा आयोजित “हैप्पी एण्ड हेल्दी एजिंग विषयक चित्तसमाधि शिविर में संभागी विशाल परिषद को सम्बोधित करते हुए साध्वी ने कहा-कि चितसमाधि की प्राप्ति व्यक्ति के हाथों में है, जिंदगी में आने वाली विषम परिस्थिति और उतार चढ़ाव को साहस के साथ स्वीकार करें, आत्मानंद का अनुभव करते रहें। प्रतिक्रियाओं से दूर रहे। जिंदगी को योजना बद्धता से जीएं। समय के साथ अपने दायित्वों को भी भावी पीढ़ी, में हस्तांतरित करते रहें, उन्हें आगे बढ़ने के लिए स्पेश दें। वृद्धत्व को भार नं समझे, बुजुर्गो का सहारा बनें, उनका आशीर्वाद, प्रेरणा सफलता का राजमार्ग है। चित्त समाधि का अर्थ है परमानंद । परमानंद और प्रसन्नता के लिए झरने की तरह निर्मल, गतिशील और उपयोगी बने रहें। अध्यक्षा प्रतीक्षा बोधरा ने स्वागत वक्तव्य दिया।