दंपति कार्यशाला में दी दांपत्य जीवन में सामंजस्य की सीख
तेरापंथ भवन सिटीलाइट में तेयूप एवं तेमम का आयोजन,135 दंपतियों ने ली भागीदारी

सूरत। तेरापंथ युवक परिषद (तेयूप) एवं तेरापंथ महिला मंडल (तेमम) सूरत के संयुक्त तत्वावधान में रविवार को सिटीलाइट स्थित तेरापंथ भवन में दंपति कार्यशाला का आयोजन किया गया। यह कार्यशाला आचार्य श्री महाश्रमणजी की विदुषी शिष्या डॉ. प्रो. साध्वी मंगल प्रज्ञा आदि ठाणा-6 के सान्निध्य में आयोजित हुई।
कार्यशाला का शुभारंभ साध्वी मंगल प्रज्ञा द्वारा भक्तामर स्तोत्र के सामूहिक पाठ से हुआ। अपने मंगल उद्बोधन में उन्होंने कहा कि “सुखी दांपत्य जीवन के लिए विनम्रता और सहिष्णुता आवश्यक है। पति-पत्नी यदि एक-दूसरे के दृष्टिकोण को समझें तो पारिवारिक जीवन आनंददायी बन सकता है।”
डॉ. साध्वी राजुल प्रज्ञा ने बताया कि पारिवारिक जीवन में एटीट्यूड और ईगो को छोड़कर एडजस्टमेंट एवं सहिष्णुता का भाव रखने से दांपत्य जीवन में स्थिरता आती है। वहीं, डॉ. साध्वी शौर्य प्रज्ञा ने प्रेरणादायी विचार रखे।
प्रसिद्ध मोटीवेटर एवं वक्ता डॉ. राकेश खटेड ने सुखी वैवाहिक जीवन हेतु उपयोगी एवं व्यावहारिक टिप्स देते हुए कहा कि “एक-दूसरे की भावनाओं को समझना, संवाद बनाए रखना और छोटी बातों को नजरअंदाज करना दांपत्य जीवन को मजबूती प्रदान करता है।”
इस कार्यशाला में कुल 135 दंपतियों ने उत्साहपूर्वक सहभागिता की। कार्यक्रम में तेरापंथ समाज की विभिन्न संस्थाओं के पदाधिकारीगण भी मौजूद रहे।
कार्यशाला के सफल आयोजन में अर्थ सहयोग शुभकरण बैद, महेंद्र बैद, मुकेश बैद परिवार, जमुनाबेन मोहनलाल, रेखा-विनय एवं रुचि-मनीष परमार परिवार का रहा।
महिला मंडल अध्यक्ष श्रीमती प्रतीक्षा बोथरा ने स्वागत भाषण प्रस्तुत किया, वहीं कार्यक्रम संयोजकों एवं सहसंयोजकों के समर्पण से कार्यशाला का संचालन सफलतापूर्वक संपन्न हुआ।
कार्यक्रम के अंत में तेयूप मंत्री श्रीमती बिंदु भंसाली ने सभी का आभार प्रकट किया।