
सूरत। केंद्र सरकार की “पीएम ई-ड्राइव” योजना के तहत सूरत शहर को आगामी महीनों में 600 नई इलेक्ट्रिक बसें मिलने जा रही हैं। यह बसें वर्ष 2025 के अंत तक शहर की सड़कों पर दौड़ने लगेंगी। पहले चरण में शहर को 450 इलेक्ट्रिक बसें मिल चुकी हैं, जो वर्तमान में सूरत नगर निगम द्वारा संचालित हो रही हैं। अब शेष 600 बसों के लिए टेंडर जारी कर दिए गए हैं और जल्द ही उनका वितरण भी कर दिया जाएगा।
भारत सरकार की इस योजना का उद्देश्य देश के प्रमुख शहरी परिवहन नेटवर्क को पर्यावरण अनुकूल बनाना है। योजना के तहत देशभर के 9 प्रमुख शहरों में कुल 14,028 इलेक्ट्रिक बसों का वितरण किया जा रहा है। इनमें से बेंगलुरु को 4,500, दिल्ली को 2,800, हैदराबाद को 2,000, अहमदाबाद को 1,000 और सूरत को 600 बसें आवंटित की गई हैं।
गौरतलब है कि सूरत नगर निगम ने इस योजना के तहत कुल 1,050 इलेक्ट्रिक बसों की मांग की थी। पहले चरण में 450 बसें प्राप्त हो चुकी हैं और अब शेष 600 के लिए प्रक्रिया अंतिम चरण में है। दिसंबर 2025 तक सूरत शहर का लक्ष्य है कि सार्वजनिक परिवहन प्रणाली में सभी 1,050 बसें इलेक्ट्रिक हो जाएं।
फिलहाल शहर में 150 से 200 डीज़ल बसें भी चल रही हैं, जिन्हें धीरे-धीरे इलेक्ट्रिक बसों में परिवर्तित किया जाएगा। इससे सूरत देश के उन अग्रणी शहरों में शामिल होगा जहाँ सार्वजनिक परिवहन पूरी तरह से इलेक्ट्रिक होगा, जिससे वायु प्रदूषण में कमी और ईंधन की बचत संभव होगी।