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साध्वी प्रियरंजनाश्री का उत्तर हावड़ा में हुआ चातुर्मासिक मंगल प्रवेश

पाप कर्मो का नाश ही जीवन को सुखी बनायेगा-साध्वी प्रियरंजनाश्री

हावड़ा। साध्वी प्रियरंजना श्रीजी म.सा. आदि ठाणा-03 का 2025 का वर्षावास चातुर्मास का मंगल प्रवेश उत्तर हावड़ा कोलकाता में रविवार को उत्तर हावड़ा श्री जैन श्वेताम्बर मूर्तिपूजक संघ में आत्मानंदी चातुर्मास समिति के तत्वाधान में सम्पन्न हुआ।

आत्मानंदी चातुर्मास समिति के अध्यक्ष कमलसिंह रामपुरिया व गुरूवर्या भक्त खेतमल तातेड़ ने बताया कि खरतरगच्छाधिपति आचार्य श्री जिनमणिप्रभसूरीश्वरजी म.सा. की आज्ञानुवर्तिनी गच्छगणिनी पाश्र्वमणि तीर्थ प्रेरिका साध्वी सुलोचना श्रीजी म.सा. की सुशिष्या साध्वी प्रियरंजना श्रीजी म.सा. आदि ठाणा-3 का 2025 का भव्य चातुर्मास हेतु मंगल प्रवेश उत्तर हावड़ा श्री जैन श्वेताम्बर मूर्तिपूजक संघ में आत्मानंदी चातुर्मास समिति की अगुवानी में हुआ। गुरूवर्या भक्त नरेश लूणिया ने बताया कि गुरूवर्याश्री के नगर प्रवेश पर सैकड़ों गुरूभक्त पुरे भारतभर से उतर हावड़ा पहुंच प्रवेश की शोभा बढाई। तातेड़ ने बताया कि इससे पहले रविवार को प्रातः 07.00 बजे श्री जैन श्वेताम्बर पंचायती मन्दिर (तुलापटटी) से साध्वीजी के नगर प्रवेश की शोभायात्रा प्रारम्भ हुई जो नगर के मुख्य मार्गो से होते हुई आदेश्वर भवन लक्ष्मी हाइट्स रोजमेर लाइन उत्तर हावड़ा श्री जैन श्वेताम्बर मूर्तिपूजक संघ ने अगुवानी कर प्रवेश करवाया गया। पुरे रास्ते में गुरूवर्या भक्तों ने अपनी गुरूवर्या को जयकारों के साथ पलक पावड़े बिछाकर नगर प्रवेश कराया। गुरूभक्ति का ऐसा अनुठा संगम उतर हावड़ा में देखने को मिला। लूणिया ने बताया कि शोभायात्रा में सभी पुरुष चुंदरी, साफा एवं सफेद वस्त्र एवं बहने अपने-अपने मण्डल के परिधान में शोभा बढ़ा रहे थे। शोभायात्रा में सबसे आगे जैन ध्वज तत्पश्चात क्रमश घुडसवार, अश्व पर सवारों के हाथ में लहराती धर्म ध्वजाएं, मंगल ध्वनियों का वादन करते बैण्ड वादक और गुरूवर्या श्री के पीछे-पीछे चलते गुरू महिमा का गुणगान करते, जिनशासन की जय-जयकार करते भक्तजन, श्रावक-श्राविकाए, बैंड की धुन एवं ढ़ोल की थाप पर गुरूभक्त युवा वर्ग जगह-जगह पर झूम रहे थे। शोभायात्रा का जगह-जगह पर गहुल्ली वह तोरण द्वार से स्वागत किया गया इसी कडी मेें शोभायात्रा के आदेश्वर भवन पहुंचने पर उत्तर हावड़ा श्री जैन श्वेताम्बर मूर्तिपूजक संघ की अगुवाई में महिलाओं द्वारा सामैया के साथ स्वागत किया गया।

चातुर्मासिक प्रवेश को लेकर नगरवासियों में अपने गुरू के प्रति जबरदस्त उत्साह का माहौल नजर आ रहा था। उतर का दृश्य अद्भूत नजर आ रहा था। सम्पूर्ण नगर में तोरणद्वार, र्होडिंग, बैनरों से सजा हुआ नजर आ रहा था। चातुर्मास प्रवेश की शोभायात्रा श्री जैन श्वेताम्बर पंचायती मन्दिर से शुरू होकर नगर के मुख्य मार्गो से होती हुई चातुर्मास स्थल पहुंची। जहां पर गुरूवर्याश्री का सामैया के साथ स्वागत किया गया। नगर प्रवेश की शोभायात्रा के चातुर्मास स्थल पहुंचने के बाद धर्मसभा, गुरुवंदन एवं मंगलाचरण से प्रारंभ हुई। दीप प्रज्वलन मुख्य अतिथि उतर हावड़ा विधायक गौतम चैधरी, काउन्सर वार्ड सं. 22 के महेश शर्मा व उतर हावड़ा श्री जैन श्वेताम्बर मूर्तिपूजक संघ के पदाधिकारियों सहित कई अतिथियो द्वारा किया गया। इसके पश्चात अतिथियों का स्वागत किया गया। इसी दौरान गुरूवर्याश्री को काम्बली वोहराने का लाभ गुरूवर्या भक्त दुगड़ परिवार द्वारा लिया गया और गुरूपूजन का लाभ गुरूवर्या भक्त परिवार नरेश कुमार बाबुलाल लूणिया धोरीमन्ना हाल बाड़मेर व रमेशकुमार स्वरूपचंद छाजेड़ बाड़मेर हाल पाली द्वारा लिया गया। इसी कार्यक्रम में मेरा संकल्प पुस्तक का विमोचन किया गया। साध्वी प्रियरंजना श्रीजी म.सा. ने सबको आव्हान करते हुए कहा कि वर्षावास केवल संतो का स्थायी ठिकाना नही वरन श्रावक के लिए भी पुण्य कर्म उपार्जन का सही समय है। श्रावक-श्राविकाएं इस समय में तपस्या कर अपने पाप कर्मो को निर्जरा कर सदकर्मो की ओर आगे बढे। प्रवेश समारोह में राजस्थान, गुजरात, कर्नाटका, आन्ध्रप्रेश, तमिलनाडू, टाटानगर, कलकत्ता नगर, बाड़मेर पाली सहित पुरे भारत भर से संघो के पदाधिकारियों ने प्रवेश पर शिरकत की। कार्यक्रम के समापन पर आत्मानंदी चातुर्मास के संयोजक ज्ञानचन्द दुगड़ ने पधारे हुए मेहमानों का धन्यवाद ज्ञापित किया। तातेड़ ने बताया कि जहां चातुर्मास के चार माह (वर्षावास) में धर्म, साधना, जप, तपस्या, आदि कई धार्मिक क्रियाएं होगी।

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