मातृत्व कार्यशाला: प्रेक्षा प्रवाह से शक्ति और शांति की ओर

सूरत।अखिल भारतीय तेरापंथ महिला मंडल के निर्देशन में सूरत तेरापंथ महिला मंडल द्वारा शासन श्री साध्वी मधुबाला जी ठाणा-5 के सान्निध्य में “प्रेक्षा प्रवाह: शक्ति और शांति की ओर” विषयक मातृत्व कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला का शुभारंभ साध्वी श्री विज्ञान श्री जी द्वारा नमस्कार महामंत्र से हुआ। तत्पश्चात मंडल की बहनों ने मंगल भावना प्रस्तुत की।
मंडल अध्यक्ष श्रीमती चंदा भोगर ने स्वागत भाषण में कहा कि वीर तो बहुत बनते हैं, पर महावीर बनने के लिए त्रिशला माँ जैसी कोख चाहिए। साध्वी श्री मंजुल यशा जी ने गर्भकाल के दौरान माताओं को प्रेक्षा ध्यान, आसन और प्राणायाम के अभ्यास से अपने जीवन को संयमित और सकारात्मक बनाने का संदेश दिया।
कार्यशाला की मुख्य वक्ता मोटिवेटर एवं गर्भ-संस्कार विशेषज्ञ डॉ. श्रीमती शीतल लठियां रहीं, जिनका परिचय श्रीमती रेखा ढालावत ने प्रस्तुत किया। डॉ. शीतल लठियां ने मातृत्व को एक विशेष उत्तरदायित्व बताते हुए कहा कि जैसे केसर को उपजने के लिए विशेष वातावरण चाहिए, वैसे ही दिव्य आत्मा को अवतरित होने हेतु दिव्य गर्भ की आवश्यकता होती है। उन्होंने सात्विक आहार, सकारात्मक विचारों और मोबाइल रेडिएशन से दूरी को गर्भस्थ शिशु के विकास के लिए आवश्यक बताया।
साध्वी श्री विज्ञान श्री जी ने “माँ तेरी महिमा अपार है, तेरे आँचल में सारा संसार है” विषय पर प्रभावी विचार व्यक्त किए। अलका सांखला ने गर्भावस्था में तनाव मुक्ति हेतु सरल आसनों एवं प्राणायाम का अभ्यास करवाया।
कार्यक्रम का संचालन कनक बरड़िया ने किया तथा आभार ज्ञापन सुषमा हिरावत ने किया। कार्यशाला में लगभग 200 बहनों की उपस्थिति रही।
कार्यशाला के अंतर्गत जल संचय पर निबंध प्रतियोगिता आयोजित की गई, जिसमें मीना मेहता, दीपमाला खोखावत तथा मोना तलेसरा व पूनम बैद को क्रमशः प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त हुआ। तीन टिप्स प्रतियोगिता में विशेष चार सुझाव देने वाली बहनों – जतन खटेड़, मंजु बैद, दीपशिखा संचेती, हीना संकलेचा – तथा अर्जुन मेड़तवाला को सांत्वना पुरस्कार प्रदान किया गया।
उड़ान योजना के अंतर्गत मोनिका राठौड़ और स्वीटी चोपड़ा को एंब्रॉयडरी युक्त सिलाई मशीनें प्रदान की गईं। इस अवसर पर निवर्तमान महामंत्री मधु देरासरिया, राष्ट्रीय समिति सदस्य राखी बैद, पूर्णिमा गादिया सहित परामर्शकगण, पूर्वाध्यक्ष, पदाधिकारीगण एवं कार्यकारिणी सदस्य बहनों की सक्रिय उपस्थिति रही।