71 करोड़ के मनरेगा घोटाले को लेकर सिसोदिया का भाजपा पर हमला: बोले- गुजरात मॉडल नहीं, भ्रष्टाचार मॉडल है

नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता और पंजाब प्रभारी मनीष सिसोदिया ने शनिवार को एक प्रेस वार्ता में भाजपा के तथाकथित ‘गुजरात मॉडल’ को भ्रष्टाचार का मॉडल करार देते हुए तीखा हमला बोला। उन्होंने आरोप लगाया कि गुजरात सरकार के पंचायती राज मंत्री बच्चूभाई खाबड़ के बेटों ने दाहोद जिले में मनरेगा के तहत 71 करोड़ रुपये का घोटाला किया है।
सिसोदिया ने कहा कि मंत्री के दोनों बेटे और भतीजा फर्जी कंपनियां बनाकर मनरेगा के ठेके लिए और बिना कोई काम किए करोड़ों रुपये हड़प लिए। इस मामले में तीनों पुलिस की गिरफ्त में हैं, लेकिन भाजपा ने न तो मंत्री से इस्तीफा लिया और न ही उनके खिलाफ कोई कार्रवाई की।
उन्होंने कहा कि इस घोटाले से यह स्पष्ट होता है कि भाजपा का गुजरात मॉडल भ्रष्टाचार को संरक्षण देने का मॉडल बन गया है। उन्होंने सवाल किया कि जब पुलिस खुद इस घोटाले को मान चुकी है, तो मंत्री बच्चूभाई खाबड़ को पद से क्यों नहीं हटाया गया? क्या भाजपा उन्हें बचा रही है?
आप नेता ने दावा किया कि यह सिर्फ दो तहसीलों का मामला है, यदि पूरे गुजरात में जांच हो, तो हजारों करोड़ का घोटाला सामने आ सकता है। लेकिन सरकार ने इस मामले को न तो सीबीआई को सौंपा और न ही ईडी को। इससे साफ है कि सरकार मामले की लीपापोती करना चाहती है।
सिसोदिया ने कहा कि भाजपा की सरकार में प्रधानमंत्री मोदी और गृह मंत्री अमित शाह की अनुमति के बिना कुछ नहीं होता, ऐसे में क्या यह घोटाला उनकी जानकारी में हुआ? उन्होंने कहा कि मोदी और शाह को इस पर जवाब देना चाहिए।
सिसोदिया ने आम आदमी पार्टी की सरकारों का उदाहरण देते हुए कहा कि पंजाब में जब एक आप विधायक पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे, तो भगवंत मान सरकार ने तत्काल उसे गिरफ्तार करा दिया। यही केजरीवाल की नीति है—भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस।
उन्होंने कहा कि एक तरफ आम आदमी पार्टी अपने ही विधायक को नहीं बख्शती, जबकि भाजपा अपने मंत्री के बेटे के भ्रष्टाचार पर आंख मूंदे बैठी है। यह फर्क है आम आदमी पार्टी और भाजपा की नीयत में।
सिसोदिया ने अंत में कहा कि पूरा गुजरात और देश जानना चाहता है कि भाजपा इस घोटालेबाज मंत्री को क्यों बचा रही है? यदि भाजपा की नीयत साफ है, तो मंत्री को बर्खास्त करे, सीबीआई-ईडी से जांच कराए और दोषियों को कड़ी सजा दिलवाए।