गुजरातसामाजिक/ धार्मिकसूरत सिटी

पद शोभा नही है पद जिम्मेदारी है-खरतरगच्छाधिपति जिनमणिप्रभसूरीश्वर

आज रविवार को ‘‘परिवार की लक्ष्मणरेखा क्या है‘‘ पर होगा विशेष प्रवचन माला

प्रतियोगिताओं का भी होगा आयोजन

बाड़मेर। पद शोभा नही है पद जिम्मेदारी है। पद यदि गरिमा के साथ निभाया जाए तो आप अपने आप में उसके काबिल लगने लगते है। अन्यथा बडे़-बडे़ पद की उपयोगिता समाप्त हो जाती है। इसलिए आपको मिलने वाला पद एक जिम्मेदारी उसमें अहम आता है तो सोच लिजिए आप से पहले कई इस पद पर आए है और आपके बाद भी कई इस पद पर आएंगे।

ये बात दैनिक प्रवचन माला के दौरान शनिवार को कोटड़िया-नाहटा ग्राउण्ड स्थित सुधर्मा प्रवचन वाटिका में खरतरगच्छाधिपति आचार्य श्रीजिनमणिप्रभसूरीश्वर म.सा. ने कही। शनिवार को श्रावक-श्राविकाओं के सवाल के जवाब देते हुए कहा कि धर्म का सिस्टम तिथि पर निर्धारित है एवं वर्तमान में अग्रेजी सिस्टम से चल रहे है। इसलिए हमें कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। इसलिए पंचाग का उपयोग करें तो बहुत सी अन्जाने में होने वाले आसातना से बच सकते है। उन्होंने पूजा अर्चना, प्रतिक्रिमण, तपस्या, आराधना, साधना से जुडे सवालों के जवाब देते हुए कहा कि सूर्र्याेदय एवं सूर्यास्त समय बडा महत्तवपूर्ण होता है। दोष ना लगे इसके लिए इस बात का ख्याल रखना आवश्यक है। आचार्यश्री की ओर से दिए गए सवालों के जवाब को पुरे मनोयोग से सुने। अपना शंकाओं के समाधान पाकर श्रावक- श्राविकाओं के चेहरों पर सन्तोष के भाव नजर आए। उन्होंने देवद्रव्य का उपयोग कैसे करना चाहिए उसको पूर्ण विस्तार से बताया। उन्होंने यह भी कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को अपनी आय का एक हिस्सा वो चाहे एक प्रतिशत ही क्यों ना हो वो सद्कार्यो के लिए खर्च करना चाहिए।

खरतरगच्छ संघ चातुर्मास कमेटी के अध्यक्ष अशोक धारीवाल व ट्रस्टी गौतमचन्द डूंगरवाल ने बताया कि चातुर्मास कमेटी के तत्वावधान में शनिवार को सिद्धि तप की तपस्या की दूसरी सिढी में उपवास था व दादा श्री जिनदत सूरी तप के तपस्वियों के भी उपवास था और आज रविवार को दोनो तप के तपस्वियों का शाही पारणा शालीभद्र भोजन वाटिका में होगा। चातुर्मास कमेटी की ओर से तपस्वियों को तपस्या की सुखशाता पुछी गई। चातुर्मास कमेटी के ट्रस्टी मुकेश धारीवाल व मीडिया संयोजक कपिल मालू ने बताया कि आज रविवार को दोपहर में 02.00 बजे दादा गुरूदेव के इक्कतीसा पर क्विज कम्पीटिेशन प्रतियोगिता कोटड़िया-नाहटा ग्राउण्ड स्थित सुधर्मा प्रवचन वाटिका में रखी गयी है।

शनिवार को आराधना भवन में बहिन म.सा. साध्वी डाॅ. विधुतप्रभा स की निश्रा में दोपहर 03.00 बजे से 04.00 बजे प्रतिक्रमण की विशेषता पर शिविर का आयोजन हुआ, जिसमें सैंकड़ो महिलाओं ने भाग लिया। शनिवार को तेले की तपस्या गजीदेवी बाबुलाल मालू की रही और लड़ी आयंबिल की तपस्या ललिता भूरचन्द बोथरा की रही। गुरूभक्त नेमीचन्द रांका गोल हाल चैन्नई से गुरूदेव के दर्शन को पधारे चातुर्मास कमेटी की ओर से लाभार्थी परिवारों द्वारा अभिनन्दन किया गया। प्रवचन के समापन पर संगीतकार गौरव मालू द्वारा सामुहिक गुरू वन्दन किया गया, इसके बाद गुरूदेव के मुखारबिन्द से मंगल पाठ श्रवण करवाया गया। आज रविवार को ‘‘परिवार की लक्ष्मणरेखा क्या है‘‘ पर विशेष प्रवचन प्रातः 09.15 बजे से आयोजित होगा।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button