
र्ष 2030 तक देश में प्रतिदिन 2000 टन तक कॉटन की कमी देखने को मिलेगी, ऐसे में विस्कोस और मोडल लोगों की पहली पसंद बनेगा : बिरला सेलुलोस – ग्रासिम इंडस्ट्रीज लिमिटेड के ग्रुप एक्जीक्यूटिव प्रेसिडेंट श्री मनमोहन सिंह
चेंबर द्वारा आयोजित एग्जीबिशन इंडस्ट्री का माइंडसेट बदलने का कार्य करता है : गुजरात सरकार के ज्वाइंट कमिश्नर ऑफ इंडस्ट्रीज श्री डी.एम. जाडेजा
सूरत। द सदर्न गुजरात चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री तथा सदर्न गुजरात चेंबर ट्रेड एंड इंडस्ट्रीज डेवलपमेंट सेंटर द्वारा 18 से 20 जुलाई 2025 तक सरसाणा स्थित सूरत इंटरनेशनल एग्जीबिशन एंड कन्वेंशन सेंटर में विवनिट एग्जीबिशन – 2025 का आयोजन किया गया है, जिसका आज भव्य शुभारंभ हुआ।
शुक्रवार, 18 जुलाई 2025 को प्रातः 10 बजे आयोजित उद्घाटन समारोह में मुख्य अतिथि एवं उद्घाटनकर्ता के रूप में बिरला सेलुलोस – ग्रासिम इंडस्ट्रीज लिमिटेड के ग्रुप एक्जीक्यूटिव प्रेसिडेंट श्री मनमोहन सिंह उपस्थित रहे। इस समारोह में गुजरात सरकार के ज्वाइंट कमिश्नर ऑफ इंडस्ट्रीज श्री डी.एम. जाडेजा विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद रहे।
चेंबर अध्यक्ष श्री निखिल मद्रासी ने अपने संबोधन में कहा कि टेक्सटाइल और बुनाई उद्योग सूरत की अर्थव्यवस्था की रीढ़ है। ऐसे में चेंबर द्वारा आयोजित विवनिट एग्जीबिशन उद्यमियों और खरीदारों के लिए नेटवर्किंग और नई टेक्नोलॉजी जानने का बेहतरीन प्लेटफॉर्म है। इस प्रकार के एग्जीबिशन व्यापार बढ़ाने के साथ नई पीढ़ी को उद्योग से जोड़ने का प्रयास भी है। चेंबर सूरत के टेक्सटाइल उद्योग को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आगे बढ़ाने के लिए सतत प्रयासरत है। उन्होंने यह भी बताया कि दक्षिण गुजरात के लिए रीजनल वाइब्रेंट गुजरात का आयोजन चेंबर द्वारा गुजरात सरकार के साथ मिलकर सूरत में किया जाएगा।
बिरला सेलुलोस – ग्रासिम इंडस्ट्रीज लिमिटेड के ग्रुप एक्जीक्यूटिव प्रेसिडेंट श्री मनमोहन सिंह ने कहा कि सूरत अपने आप में एक अनूठा इको सिस्टम है। वर्तमान में सूरत को प्रतिदिन 10 हजार टन यार्न की आवश्यकता है, जो अगले तीन वर्षों में 20 हजार टन तक पहुंचने की संभावना है। वर्तमान में सूरत में 2000 टन यार्न का उत्पादन होता है, शेष आयात किया जाता है। टेक्सटाइल उद्योग में सबसे ज्यादा वैल्यू एडीशन गारमेंटिंग में है और सूरत में गारमेंटिंग शुरू हो गया है। साथ ही महिला कुर्ती सेगमेंट में भी निवेश हो रहा है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2030 तक देश में प्रतिदिन 2000 टन कॉटन की कमी होगी और उस समय विस्कोस तथा मोडल लोगों की पहली पसंद बनेगा।
गुजरात सरकार के ज्वाइंट कमिश्नर ऑफ इंडस्ट्रीज श्री डी.एम. जाडेजा ने कहा कि चेंबर ऑफ कॉमर्स द्वारा आयोजित एग्जीबिशन उद्योग का माइंडसेट बदलने का कार्य करता है। टेक्नोलॉजी ने पूरी दुनिया को बदल दिया है, ऐसे में उद्योगपतियों को भी अपने व्यापार में नई टेक्नोलॉजी को अपनाकर तेजी से आगे बढ़ना होगा। इसके लिए गुजरात सरकार व्यापार की पूरी प्रक्रिया में, कॉन्सेप्ट से लेकर प्रोडक्ट की बिक्री तक, हर स्तर पर सहायता प्रदान करती है। सरकार की कई योजनाएं हैं जिनका लाभ लेकर युवा उद्योग जगत में कदम रख सकते हैं।
उन्होंने कहा कि भारत में व्यापार के लिए सबसे बेहतरीन इंफ्रास्ट्रक्चर गुजरात में है। युवा वर्ग अब नौकरी के बजाय अपना उद्योग शुरू कर रोजगार सृजन का कार्य कर रहा है। साथ ही यह भी कहा कि ट्रेड और इंडस्ट्री डेवलपमेंट के लिए सबसे ज्यादा प्रतिनिधित्व सदर्न गुजरात चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री की ओर से मिलता है, जिसके समाधान के लिए सरकार प्रयासरत रहती है।
चेंबर उपाध्यक्ष श्री अशोक जिरावाला ने आभार व्यक्त करते हुए कहा कि विवनिट एग्जीबिशन सूरत ही नहीं बल्कि पूरे देश के टेक्सटाइल उद्योगपतियों को व्यापार में आगे बढ़ने के लिए नई दिशा देगा।
चेंबर के ऑल एग्जीबिशन चेयरमैन श्री किरण थूमर ने विवनिट एग्जीबिशन की विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि तीन दिन में देशभर से 15 हजार से अधिक बायर्स एवं विजिटर्स इस एग्जीबिशन में भाग लेंगे।
इस अवसर पर चेंबर के पूर्व अध्यक्ष श्री विजय मेवावाला, मानद मंत्री श्री बिजल जरीवाला, मानद कोषाध्यक्ष सीए मितिष मोदी, ऑल एग्जीबिशन को-चेयरमैन श्री निरव मंडलेवाला, विवनिट एग्जीबिशन के चेयरमैन श्री हरेश पटेल, पूर्व अध्यक्ष श्री हिमांशु बोडावाला, श्री प्रवीन नाणावटी, श्री रमेश वघासिया, एग्जीबिटर्स एवं बायर्स बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। उद्घाटन समारोह का संचालन चेंबर की प्रबंध समिति सदस्य श्रीमती कृतिका शाह ने किया।