लोन वाला मकान बेचकर परिवार ने की 7.95 लाख की ठगी
पैसे वापस मांगने पर दिया चेक बाउंस

सूरत। सूरत के वराछा इलाके में धोखाधड़ी का एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जहाँ एक ही परिवार के तीन सदस्यों ने मिलकर एक सेवानिवृत्त व्यक्ति के साथ 7.95 लाख रुपये की ठगी की। आरोपियों ने अपने लोन वाले मकान को कर्ज-मुक्त बताकर सौदा किया और बाद में बयाने की पूरी रकम लौटाने से मुकर गए।
वराछा पुलिस स्टेशन में दर्ज शिकायत के अनुसार, गोडादरा में रहने वाले 52 वर्षीय हरीभाई वाघशी ने एक मकान खरीदने के लिए वराछा के पांचोली परिवार से संपर्क किया था। आरोपी लीलाबेन पांचोली और उनके दो बेटों, अभिजीत और अभिषेक ने अपना मकान 55 लाख रुपये में बेचने का सौदा किया। उन्होंने हरीभाई को पूरा भरोसा दिलाया कि मकान पर किसी भी बैंक का कोई लोन या कर्ज नहीं है।
इस भरोसे पर हरीभाई ने उन्हें एडवांस के तौर पर 20,95,000 रुपये चुका दिए। लेकिन बाद में जब हरीभाई को पता चला कि मकान पर पहले से ही बैंक का लोन चल रहा है, तो उन्होंने सौदा रद्द कर दिया और अपने पैसे वापस मांगे।
आरोपियों ने मकान किसी और को बेच दिया और हरीभाई को 13 लाख रुपये तो लौटा दिए, लेकिन बाकी के 7,95,000 रुपये देने में आनाकानी करने लगे। जब हरीभाई ने दबाव बनाया, तो आरोपियों ने उन्हें चेक दिए, जो बैंक में जमा कराने पर बाउंस हो गए।
लगातार धोखा मिलने के बाद हरीभाई ने पुलिस में अर्जी दी, जिसके आधार पर वराछा पुलिस ने आरोपी लीलाबेन, अभिजीत और अभिषेक पांचोली के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 318(4) (धोखाधड़ी) और 54 के तहत मामला दर्ज कर लिया है। मामले की जांच पुलिस सब-इंस्पेक्टर एफ.एस. चौधरी कर रहे हैं।