दिव्यांग बच्चों के उत्साह और शिक्षकों के समर्पण को सलाम:
भारत विकास परिषद की 'गुरुवंदन–छात्र अभिनंदन' श्रृंखला संपन्न

सूरत। भारत विकास परिषद, सूरत महानगर द्वारा आयोजित चार दिवसीय गुरुवंदन–छात्र अभिनंदन श्रृंखला इस वर्ष विशेष रूप से स्मरणीय रही, क्योंकि इसमें सूरत के चार अलग-अलग जोनों में दिव्यांग विद्यार्थियों को विभिन्न क्षेत्रों में उनकी उपलब्धियों के लिए सम्मानित किया गया। परिषद की ओर से इन विद्यार्थियों को प्रमाणपत्रों के साथ-साथ स्टेशनरी किट और नोटबुक प्रदान कर प्रोत्साहित किया गया।
इस अवसर को विशेष बनाने के पीछे परिषद की वह भावना रही, जिसमें न केवल विद्यार्थियों को, बल्कि उनके मार्गदर्शन में निरंतर सेवा दे रहे प्रशिक्षित शिक्षकों को भी सम्मानित किया गया। विशेष शिक्षा में दक्ष इन शिक्षकों को उनकी समर्पित सेवाओं के लिए प्रमाणपत्र देकर सम्मान प्रदान किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे परिषद अध्यक्ष श्री भावेश ओझा ने कहा कि दिव्यांग बच्चों के साथ बिताए ये चार दिन उनके जीवन का अविस्मरणीय अनुभव बन गए हैं। उन्होंने कहा कि “शिक्षक ही एकमात्र ऐसा व्यवसाय है, जो अन्य समस्त व्यवसायों का निर्माण करता है।”
कार्यक्रम के दौरान मनीषा चौहान, मनीषा पटेल, किरीट पंड्या और श्रीनिवास सुत्रावे ने बच्चों के साथ खेल, नृत्य और संवाद के माध्यम से वातावरण को हास्य और उल्लास से भर दिया। उन्होंने उपस्थित अभिभावकों को विशेष पेरेंटिंग टिप्स भी प्रदान कीं, जिससे वे अपने बच्चों के विकास में सकारात्मक भूमिका निभा सकें। कार्यक्रम में चारों जोनों के URC और CRC सदस्यों ने भी सक्रिय भागीदारी निभाई।
कार्यक्रम संयोजक श्रीमती दीप्ति चासिया ने इस चार दिवसीय आयोजन को सफल बनाने में विशेष भूमिका निभाई। उन्होंने पूरी टीम के सहयोग और सभी सहभागियों की सहभागिता के प्रति आभार व्यक्त किया।