
सूरत।ससूरत महानगरपालिका द्वारा 5 जून 2025 को मनाए जाने वाले विश्व पर्यावरण दिवस के उपलक्ष्य में “प्लास्टिक प्रदूषण का अंत” विषय पर एक विशेष जनजागरूकता अभियान प्रारंभ किया गया है। यह अभियान भारत सरकार के वन, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के निर्देशानुसार 22 मई से 5 जून तक आयोजित किया जा रहा है। माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा 2 अक्टूबर 2021 को ‘स्वच्छ भारत मिशन अर्बन 2.0’ की शुरुआत की गई थी, जिसके अंतर्गत प्लास्टिक प्रदूषण समाप्त करने की दिशा में देशभर में प्रयास किए जा रहे हैं। प्रधानमंत्री ने 29 मई 2022 को ‘मन की बात’ कार्यक्रम में भी 5 जून को वृक्षारोपण और स्वच्छता के प्रति नागरिकों को जागरूक होने का आह्वान किया था।
इस अभियान के अंतर्गत सूरत शहर के प्रमुख क्षेत्रों जैसे सब्ज़ी मंडियां, पर्यटन स्थल, परिवहन केंद्र, उद्यान, नदी-तालाब-समुद्र के किनारे, सरकारी कार्यालय, शैक्षणिक संस्थान, फूड कोर्ट, वाणिज्यिक बाजार, रिहायशी क्षेत्र व स्लम आदि में प्लास्टिक प्रदूषण के विरुद्ध विभिन्न गतिविधियाँ आयोजित की जा रही हैं। महानगरपालिका के पदाधिकारी, नगरसेवक, शैक्षणिक संस्थाएं, सरकारी विभाग, कॉर्पोरेट एवं औद्योगिक संस्थाएं, धार्मिक संगठन एवं स्वयंसेवी संस्थाओं के सहयोग से सिंगल यूज़ प्लास्टिक पर प्रतिबंध की दिशा में जनसहयोग से कार्य किया जा रहा है।
इन गतिविधियों में जनजागरूकता रैली, प्रत्येक ज़ोन में हस्ताक्षर अभियान, धार्मिक संस्थाओं व सखी मंडलों के सहयोग से कपड़े की थैलियों का वितरण, सार्वजनिक स्थलों पर फ्लैश मोब, डिजिटल संकल्प एवं क्विज, प्लास्टिक कचरे का निपटान हेतु प्लॉगिंग ड्राइव, नदी-तालाब-समुद्र तटों पर स्वच्छता अभियान, प्लास्टिक कचरे से सड़क निर्माण, शैक्षणिक संस्थानों में सिंगल यूज़ प्लास्टिक का प्रतिबंध, इको-फ्रेंडली विकल्प जैसे कपड़े की थैली, बांस के टूथब्रश, स्टील या रिसायक्लेबल लंचबॉक्स का प्रचार, कचरा वर्गीकरण पर अभियान, सार्वजनिक स्थलों पर कचरा फेंकने पर दंड आदि शामिल हैं। साथ ही अस्पतालों में केस पेपर पर प्लास्टिक उपयोग रोकने की सूचना देकर नागरिकों को प्लास्टिक के दुष्प्रभावों और विकल्पों की जानकारी प्रदान की जा रही है। यह समग्र अभियान सूरत को प्लास्टिक मुक्त बनाने की दिशा में एक महत्त्वपूर्ण कदम सिद्ध होगा।