
ईडी के केस में पहले से ही आर्थर रोड जेल में बंद आरोपी को ट्रांजिट वारंट से पकड़कर 7 दिन की पुलिस रिमांड पर लिया गया
सूरत: रामपुरा निवासी कपड़ा व्यापारी प्रयाग विनुभाई जरिवाला से मुंबई के ठग ने सस्ते सरकारी फ्लैट दिलाने के नाम पर 2.99 करोड़ रुपये की ठगी कर ली। इस मामले में इको सेल ने आरोपी को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया और 7 दिन की पुलिस रिमांड हासिल की। आरोपी एक आईपीएस अधिकारी का पति बताया जा रहा है।
क्राइम ब्रांच से मिली जानकारी के अनुसार, रामपुरा मेन रोड पर रहने वाले व्यापारी प्रयागभाई का केमिकल व्यवसाय है, जिसके चलते वे अक्सर मुंबई जाते रहते थे। इस दौरान उनकी पहचान राव साहब नाम के व्यक्ति के माध्यम से पुरुषोत्तम प्रभाकर चौहान से हुई, जो खुद को मुंबई मंत्रालय में कार्यरत और आईपीएस अधिकारी का पति बताता था।
पुरुषोत्तम ने प्रयागभाई को भरोसा दिलाया कि वह पुणे म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन में लैंड डेवेलपर का प्रमोटर है और उसके संपर्कों के आधार पर वह मंत्रालय के कोटे में सस्ते दामों पर फ्लैट दिलवा सकता है। प्रयागभाई ने भी मुंबई में फ्लैट लेने की इच्छा जताई।
पुरुषोत्तम चौहान ने दावा किया कि मुंबई दादर स्थित आईसीसी-1 और आईसीसी-2 (आइलैंड सिटी सेंटर) में फ्लैट निर्माण हो रहा है और वह सरकारी कोटे में फ्लैट दिलवा देगा। इस पर उसने आईसीसी-1 के 5वें माले पर फ्लैट नंबर 5101/51 की डील 3.50 करोड़ में तय की और प्रयागभाई से फ्लैट के सौदे के एवज में 2.99 करोड़ रुपये बैंक खाते में जमा करवा लिए।
बाद में उसने प्रयागभाई को फ्लैट का फर्जी दस्तावेज दे दिया और कब्जा नहीं दिलाया। ठगी का एहसास होने पर प्रयागभाई ने क्राइम ब्रांच में शिकायत दर्ज करवाई। जांच के दौरान सामने आया कि आरोपी पहले से ही ईडी के केस में मुंबई की आर्थर रोड जेल में बंद है। पुलिस ने ट्रांजिट वारंट के जरिए उसे हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की और कोर्ट से 7 दिन की रिमांड हासिल की।