श्री जैन श्वेतांबर मूर्तिपूजक युवक महासंघ, सूरत द्वारा महावीर स्वामी जन्म कल्याणक पर विशेष आयोजन

सूरत।श्री जैन श्वेतांबर मूर्तिपूजक युवक महासंघ, सूरत द्वारा जैन धर्म के वर्तमान चौबीसी के अंतिम तीर्थंकर भगवान महावीर स्वामी के जन्म कल्याणक दिवस की भव्यता से पूरे सूरत शहर में उत्सवपूर्वक और सामाजिक समरसता के साथ मनाया गया।
चैत्र सुद तेरस के शुभ दिन, जब लगभग 2624 वर्ष पूर्व भगवान महावीर स्वामी का जन्म हुआ था, उसी पावन अवसर पर इस वर्ष 10 अप्रैल, गुरुवार को पूरे सूरत शहर में जाति-धर्म के भेदभाव के बिना एक लाख से अधिक शुद्ध घी के लड्डुओं का वितरण कर लोगों का मुँह मीठा करवाया गया।
कार्यक्रम में अनेक जैन परिवारों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। शहर के विभिन्न स्थानों पर मंडप स्थापित किए गए, जहाँ प्रत्येक मंडप पर 400 से 500 तक जैन युवक-युवतियाँ और बच्चे उपस्थित थे। भगवान महावीर स्वामी के भजन, स्तवन और जैन धर्म से संबंधित गीतों से पूरा वातावरण भक्तिमय हो गया। ध्वज पताकाएँ लहराईं और आने-जाने वाले प्रत्येक राहगीर, बस चालक, रिक्शा चालक, दोपहिया व चारपहिया वाहन चालकों को “जय महावीर स्वामी” के जयकारे के साथ हाथ जोड़कर लड्डू वितरित किए गए।
इस अवसर पर महासंघ के राष्ट्रीय वरिष्ठ संगठन मंत्री श्री नीरवभाई शाह ने अपने प्रेरणादायक उद्बोधन में कहा कि भगवान महावीर स्वामी का सत्य, प्रेम, करुणा और अहिंसा का संदेश आज के युग में अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने यह भी कहा कि इस आयोजन के माध्यम से जाति-पांति के भेदभाव को समाप्त कर सबके साथ मैत्रीभाव का संदेश देने का प्रयास किया गया है।
सूरत लोकसभा के लोकप्रिय सांसद श्री मुकेशभाई दलाल ने भी इस आयोजन की सराहना की और बताया कि विगत दिन ‘विश्व नवकार महामंत्र दिवस’ के अवसर पर आदरणीय प्रधानमंत्री और विश्व नेता श्री नरेंद्रभाई मोदी ने भी जैन धर्म की वर्तमान समय में प्रासंगिकता को रेखांकित किया था।
यह आयोजन विगत सत्रह वर्षों से श्री जैन श्वेतांबर मूर्तिपूजक युवक महासंघ, सूरत द्वारा सतत रूप से किया जा रहा है।
इस पावन अवसर पर सूरत शहर के महापौर श्री दक्षेशभाई मावाणी, विधायक श्री कांतीभाई बलर, नगरसेवकगण श्री केयूरभाई, श्री केतनभाई, श्रीमती वैशालीबेन सहित विभिन्न समाजों के प्रतिष्ठित व्यक्ति, जैन अग्रणीगण और बड़ी संख्या में जैन बंधु-बहनें उपस्थित रहे।