पूज्य युवाचार्य अभयदास जी महाराज के आगमन पर श्रद्धालुओं में उत्साह
रामदेव बाबा लीलामृत कथा का ऐतिहासिक आयोजन सूरत में — 15 से 21 दिसंबर तक

सूरत।सद्गुरु श्री त्रिकमदास जी धाम, तखतगढ़ (राजस्थान) के परम पूज्य युवाचार्य श्री अभयदास जी महाराज का आज सूरत नगरी में मंगलमय आगमन हुआ। इस पावन अवसर पर सूरत के गणमान्य नागरिकों एवं श्रद्धालुजनों की उपस्थिति में एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया गया।
बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि श्री बाबा रामदेव लीलामृत कथा का भव्य आयोजन 15 दिसंबर से 21 दिसंबर 2025 तक सूरत में किया जाएगा। आयोजन को लेकर श्रद्धालुओं में विशेष उत्साह व श्रद्धा देखने को मिली।
आयोजन का मुख्य उद्देश्य कश्मीर स्थित बाबा रामदेव जी की जन्मस्थली ‘अवतारधाम’ में सनातन धर्म की एक दिव्य धर्मशाला व विश्राम कक्षों का निर्माण कराना है, ताकि वहाँ आने वाले भक्तों को उत्तम सुविधाएँ प्राप्त हो सकें।
पूज्य युवाचार्य श्री अभयदास जी महाराज ने अपने मंगल वचनों में कहा कि यह कथा केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि सनातन धर्म की सेवा का महायज्ञ है। उन्होंने बताया कि कथा के अवसर पर देशभर के ख्यातिप्राप्त संत-महात्माओं की उपस्थिति आयोजन की दिव्यता और गरिमा को और अधिक ऊँचाई प्रदान करेगी।
अंत में पूज्य श्री ने समस्त श्रद्धालुजनों से भावपूर्ण आह्वान किया —
“अब से ही तन, मन और धन से जुड़कर इस पावन कथा को ऐतिहासिक बनाने हेतु जुट जाएं।”
बैठक में सेवा, समर्पण और धर्मभाव का अनुपम संगम देखने को मिला, जिससे यह आयोजन एक नई ऊँचाई की ओर अग्रसर होता प्रतीत हो रहा है।