
सूरत। सचिन-हजीरा नेशनल हाईवे पर ट्रैफिक की बढ़ती समस्या को देखते हुए बुडिया और गभेणी गांव के चौराहों पर निर्मित फ्लाईओवर पुलों का उद्घाटन बुधवार को केंद्रीय जल शक्ति मंत्री सी.आर. पाटिल के करकमलों से संपन्न हुआ। इन दोनों पुलों का निर्माण लगभग 40 करोड़ रुपये की लागत से किया गया है।
पाटिल ने उद्घाटन समारोह में कहा कि फ्लाईओवर के निर्माण से क्षेत्रीय लोगों को दुर्घटनाओं से राहत मिलेगी, ट्रैफिक जाम से मुक्ति मिलेगी और हजीरा की कंपनियों व जीआईडीसी में कार्यरत हजारों कर्मचारियों को सुगम यातायात का लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा पूरे देश में बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए निरंतर कार्य किया जा रहा है, जिसमें जम्मू-कश्मीर जैसे दूरदराज के क्षेत्रों में भी पुल, सड़क और अन्य सुविधाएं विकसित की जा रही हैं।
उन्होंने जल संरक्षण पर बल देते हुए कहा कि वर्षा जल का संचयन करना हर नागरिक का कर्तव्य है। ‘कैच द रेन’ अभियान को जन आंदोलन बनाकर प्रत्येक बूंद को संरक्षित कर कृषि और पेयजल के लिए उपयोग में लाना चाहिए। उन्होंने बताया कि नई तकनीकों से ब्रिटिश काल के पुलों का भी नवीनीकरण किया गया है।
इस अवसर पर विधायक संदीप देसाई ने कहा कि 40 करोड़ की लागत से निर्मित यह दोनों फ्लाईओवर न केवल सड़क सुरक्षा को मजबूत करेंगे, बल्कि समय और संसाधनों की भी बचत होगी। उन्होंने बताया कि निकट भविष्य में अभवा-खजोद चौराहे पर 93 करोड़ और कावस पाटिया (रिलायंस गेट नं. 1) के पास 152 करोड़ रुपये की लागत से दो और नए फ्लाईओवर बनने जा रहे हैं। साथ ही, सचिन से सातला तक 40 करोड़ की लागत से एक और पुल का निर्माण कार्य शुरू हो चुका है।
विधायक देसाई ने कहा कि सरकार चौर्यासी तालुका समेत समग्र सूरत क्षेत्र में सड़क, परिवहन और मूलभूत ढांचे को विकसित करने के लिए लगातार प्रयासरत है, जिससे नागरिकों को बेहतर सुविधाएं और सुरक्षित यातायात उपलब्ध हो सके।
उद्घाटन समारोह में राज्य वन व पर्यावरण मंत्री मुकेशभाई पटेल, जिला पंचायत प्रमुख भाविनीबेन पटेल, विधायक संगीता पाटिल, महापौर दक्षेशभाई मावाणी, उप महापौर डॉ. नरेंद्र पाटिल, स्थायी समिति अध्यक्ष राजन पटेल, सत्तारूढ़ दल की नेता शशिकला त्रिपाठी, नगरसेवक व अन्य जनप्रतिनिधि, प्रशासनिक अधिकारी और बड़ी संख्या में नागरिक उपस्थित थे।