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पुराने बकाया मामलों में आड़तिया कपड़ा एसोसिएशन (AKAS) ने दिलाया करोड़ों का भुगतान,

व्यापारियों के लिए राहत,खुशी की लहर

सूरत। 65 वर्ष पुरानी प्रतिष्ठित संस्था आड़तिया कपड़ा एसोसिएशन सूरत (AKAS) व्यापारियों के लिए राहत का कारण बन रही है। पिछले कई वर्षों से अटके हुए लेन-देन के मामलों में संस्था ने अहम भूमिका निभाई है और 11 से 15 साल पुराने व्यापारियों के करोड़ों रुपये वापस दिलाने में सफलता हासिल की है।

बीते सप्ताह AKAS की टीम ने सूरत की विभिन्न टेक्सटाइल मार्केटों का दौरा कर व्यापारियों से प्रत्यक्ष संवाद किया। व्यापारियों ने अध्यक्ष श्री प्रहलाद भाई को अपनी व्यापारिक कठिनाइयों और व्यक्तिगत समस्याओं से अवगत कराया।

संस्था द्वारा निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं ताकि व्यापारियों को ठगी और धोखाधड़ी से बचाया जा सके। AKAS द्वारा प्रत्येक सप्ताह देश के विभिन्न शहरों में धोखाधड़ी करने वाले व्यापारियों पर कड़ी कार्रवाई करते हुए प्रतिबंध लगाए जा रहे हैं।

संस्था ने व्यापारियों को सतर्क रहने और समय रहते जरूरी जानकारी प्राप्त करने की अपील की है, क्योंकि कई व्यापारी व्यस्तता के चलते ऐप और व्हाट्सएप ग्रुप पर ध्यान नहीं देते और ठगी का शिकार बन जाते हैं।

AKAS का उद्देश्य व्यापारियों के बीच संवाद स्थापित कर आपसी समस्याओं का समाधान करना और पारदर्शिता लाना है। मार्केट संचालन व्यवस्था की कमी को देखते हुए संस्था की पूरी टीम सक्रिय रूप से मार्केट में जाकर व्यापारियों से सीधा संपर्क कर रही है।

बीते महीने व्यापारियों द्वारा 10 से 15 साल पुराने बकाया भुगतानों की शिकायतें दर्ज करवाई गई थीं। कई व्यापारी तो अपनी पुरानी रकम भूल भी चुके थे, लेकिन AKAS के प्रयासों से आपसी संवाद स्थापित कर रुके हुए भुगतानों की वसूली संभव हुई।

ध्यान देने योग्य बात यह है कि कोर्ट तीन साल से पुराने लेन-देन के मामलों को नहीं सुनती, इसके बावजूद AKAS ने व्यापारियों के अटके रुपये दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और क्लियरेंस करवाकर व्यापारियों को बड़ी राहत दी।

व्यापारिक जगत आड़तिया कपड़ा एसोसिएशन सूरत (AKAS) की इस सराहनीय पहल का स्वागत कर रहा है। संस्था ने विश्वास दिलाया है कि भविष्य में भी इसी तरह व्यापारियों के हितों की रक्षा के लिए हर संभव प्रयास करती रहेगी।

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