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सूरत कपड़ा बाजार क्षेत्र में अवैध पार्किंग वसूली के खिलाफ टेम्पो चालकों की महापंचायत,

हड़ताल से ग्रे कपड़े की डिलीवरी बंद

 

सूरत। रिंगरोड कपड़ा बाजार क्षेत्र में पार्किंग शुल्क के नाम पर की जा रही मनमानी और अवैध वसूली के विरोध में बुधवार को कमेला दरवाजा के निकट टेम्पो चालक श्रमिकों की महापंचायत आयोजित की गई। बैठक में सर्वसम्मति से हड़ताल पर जाने और ग्रे कपड़े की डिलीवरी बंद करने का निर्णय लिया गया।

समस्या की जड़ और प्रशासन की उदासीनता
टेम्पो एसोसिएशन और मजदूर यूनियन ने लंबे समय से पार्किंग माफियाओं द्वारा मनमानी वसूली के खिलाफ आवाज उठाई है। इस संबंध में जिला प्रशासन, पुलिस विभाग, महानगर पालिका, दक्षिण गुजरात प्रोसेसर्स एसोसिएशन, फोस्टा एवं फोगवा को ज्ञापन भेजे गए, परंतु किसी स्तर पर समाधान नहीं हुआ। उल्टा पार्किंग शुल्क में निरंतर वृद्धि होती रही, जिससे टेम्पो चालकों में आक्रोश गहराता गया।

टेम्पो संघ का स्पष्ट ऐलान: अब आरपार की लड़ाई
टेम्पो एसोसिएशन के अध्यक्ष श्रवण सिंह ठाकुर ने कहा कि हमारी प्राथमिकता हमेशा संवाद रही, लेकिन जब शासन और प्रशासन ने कोई सुनवाई नहीं की तो आंदोलन ही अंतिम रास्ता रह गया है।

मजदूर यूनियन का आरोप: “अब और नहीं लुटेंगे”
मजदूर यूनियन के अध्यक्ष उमाशंकर मिश्रा ने तीखे शब्दों में कहा कि गरीब टेम्पो चालकों की जेबें पार्किंग माफिया काट रहे हैं और प्रशासन मूकदर्शक बना हुआ है। जब तक लूट बंद नहीं होती, आंदोलन जारी रहेगा।
प्रवक्ता शान खान ने इसे असहयोग आंदोलन बताते हुए कहा कि अब शोषण के खिलाफ संगठित होकर संघर्ष करना होगा।

पार्किंग शुल्क बना भारी बोझ
मील टेम्पो डिलीवरी कॉन्ट्रैक्टर एसोसिएशन के महासचिव सरोज तिवारी ने बताया कि मार्केट की पार्किंग में प्रति घंटे ₹70 से ₹100 तक शुल्क लिया जा रहा है। यदि टेम्पो चालक इतना खर्च पार्किंग में दे देंगे तो आमदनी क्या बचेगी?
मजदूर यूनियन के उपाध्यक्ष फेनिल महादेववाला ने आरोप लगाया कि इस अवैध वसूली में प्रशासनिक अधिकारियों की मिलीभगत भी सामने आ रही है, और अब इनके विरुद्ध पोलखोल आंदोलन भी किया जाएगा।

प्रमुख समस्याएं जिनके खिलाफ आंदोलन

रिंगरोड, कडोदरा रोड एवं अन्य क्षेत्रों में मनपा और निजी प्लॉटों पर अवैध पार्किंग बनाई गई हैं। इनसे टेम्पो चालकों से प्रति फेरे ₹70 से ₹100 तक वसूले जाते हैं, जबकि कोई पर्ची या बिल नहीं दिया जाता।

इन पार्किंग स्थलों के पास न तो वैध लाइसेंस है, न जीएसटी नंबर और न ही गुमास्ता रजिस्ट्रेशन।

मनपा की मल्टीलेवल पार्किंग में एक ही वाहन से एक ही दिन में कई बार शुल्क लिया जा रहा है।

रिंगरोड की पे एंड पार्क में ठेकेदार सीमा से बाहर वाहनों की पार्किंग करवा कर अवैध रूप से शुल्क वसूल रहे हैं

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