
सूरत।द सदर्न गुजरात चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री द्वारा हेल्थ सीरीज के तहत ‘हेल्दी जॉइंट, हेल्दी ब्रेन: प्रिवेंशन एंड इंटरवेंशन’ विषय पर सत्र आयोजित किया गया। इसमें न्यूरो विशेषज्ञ डॉ. जेननी गांधी और जॉइंट रिप्लेसमेंट सर्जन डॉ. मनु शर्मा ने भाग लिया।
डॉ. जेननी गांधी ने कहा कि लकवे के बाद जीवन समाप्त मान लेना गलत है। यह ब्रेन हैमरेज या नस ब्लॉक होने से होता है, और समय रहते इलाज से मरीज सामान्य जीवन जी सकता है। उन्होंने ब्रेन स्ट्रोक के लक्षणों और न्यूरोलॉजी की भूमिका पर विस्तार से जानकारी दी।
डॉ. मनु शर्मा ने बताया कि हाफ जॉइंट रिप्लेसमेंट की उम्र 10-15 साल और फुल रिप्लेसमेंट की 20-25 साल होती है। उन्होंने रोबोटिक सर्जरी को ज्यादा हानिकारक बताते हुए उचित डॉक्टर, अस्पताल और इम्प्लांट के चुनाव की सलाह दी।
चैंबर अध्यक्ष निखिल मद्रासी ने स्वागत भाषण में संस्था की गतिविधियों की जानकारी दी। पब्लिक हेल्थ कमेटी के डॉ. राजन देसाई ने वक्ताओं का परिचय दिया और सेमिनार का संचालन महेश पमनानी ने किया। अंत में वक्ताओं ने उपस्थितजनों के सवालों के उत्तर दिए।