ब्लैकलिस्टेड व्यापारियों को नहीं मिलेगा कपड़ा : आढ़तिया कपड़ा एसोसिएशन सूरत की सख्त चेतावनी
दो वर्षों में 85 से अधिक धोखाधड़ी करने वाले व्यापारी व्यापार से प्रतिबंधित किए गए

सूरत।सूरत के कपड़ा बाजार में धोखाधड़ी पर लगाम लगाने के उद्देश्य से आढ़तिया कपड़ा एसोसिएशन सूरत (आकास) द्वारा निरंतर सख्त कदम उठाए जा रहे हैं। बीते दो वर्षों में एसोसिएशन ने 85 से अधिक बाहर के व्यापारियों को ब्लैकलिस्ट कर व्यापार से प्रतिबंधित किया है। एसोसिएशन के अनुसार, इन व्यापारियों ने कपड़ा लेकर भुगतान नहीं किया या व्यापारिक नियमों का उल्लंघन किया।
आकास ने स्पष्ट किया कि ब्लैकलिस्टेड व्यापारियों को अब सूरत की किसी भी मंडी से कपड़ा नहीं मिलेगा। इस निर्णय पर सभी प्रमुख कपड़ा मंडियों ने एकमत सहमति जताई है। एसोसिएशन के साथ-साथ ट्रांसपोर्टरों ने भी ऐसे व्यापारियों को माल भेजने से मना कर दिया है, जिससे प्रभावी रूप से ऐसे तत्वों पर नियंत्रण संभव हो पाया है।
एसोसिएशन का कहना है कि प्रतिबंधात्मक कार्रवाई के कारण व्यापार में पारदर्शिता आई है और कई व्यापारियों से बकाया राशि की वसूली भी शुरू हुई है। पिछले दो वर्षों में जो कदम उठाए गए, उनमें 99.99% तक सफलता प्राप्त हुई है।
संस्था के अध्यक्ष श्री प्रह्लाद अग्रवाल ने कहा कि “अभी भी सूरत के कुछ दुकानदार ऐसे ब्लैकलिस्टेड व्यापारियों को कपड़ा भेज रहे हैं, जिससे बाजार की अनुशासित व्यवस्था में बाधा उत्पन्न हो रही है। ऐसे व्यापारियों के खिलाफ और कठोर कार्रवाई की आवश्यकता है।” उन्होंने कहा कि मंडी की संचालन प्रणाली यदि पूरी तरह संगठित हो जाए तो ऐसी समस्याओं पर पूर्ण विराम लगाया जा सकता है।
एसोसिएशन द्वारा उठाए गए कठोर कदमों की सराहना करते हुए सभी व्यापारियों से आग्रह किया गया है कि वे इन निर्देशों का पालन करें और सूरत बाजार की साख बनाए रखने में सहयोग दें। साथ ही, अन्य मंडियों से भी ऐसे असमर्थ व्यापारियों पर प्रतिबंध लगाने की अपील की गई है।
आकास का यह कदम सूरत के कपड़ा व्यापार को सुरक्षित, अनुशासित और विश्वसनीय बनाने की दिशा में एक बड़ा प्रयास माना जा रहा है।