उधना तेरापंथ भवन में मुमुक्षु प्रेक्षा कोचर का मंगल भावना समारोह
साध्वी श्री रकेशकुमारीजी के सान्निध्य में आयोजित हुआ भावनात्मक कार्यक्रम

सूरत। महातपस्वी आचार्य श्री महाश्रमणजी की शिष्या साध्वी श्री रकेशकुमारीजी(बायतु) आदि ठाणा के सान्निध्य में उधना स्थित तेरापंथ भवन में मुमुक्षु बहनों के मंगल भावना समारोह का भावपूर्ण आयोजन किया गया।
इस अवसर पर फलसुंड निवासी पुष्पा देवी व राजेंद्रकुमार कोचर की सुपुत्री मुमुक्षु प्रेक्षा कोचर, जिनकी दीक्षा आगामी 3 सितंबर को आचार्य श्री महाश्रमणजी के करकमलों से अहमदाबाद में संपन्न होगी, उनके संयम पथ पर अग्रसर होने के उपलक्ष्य में यह कार्यक्रम रखा गया था।
कोचर परिवार ने अपने स्वजनों सहित साध्वी श्री के दर्शन कर आध्यात्मिक ऊर्जा प्राप्त की। उल्लेखनीय है कि मुमुक्षु प्रेक्षा कोचर, मुख्य मुनि श्री महावीर कुमारजी की संसार पक्षीय भतीजी हैं।
साध्वी श्री रकेशकुमारीजी ने अपने उद्बोधन में फलसुंड ग्राम के प्रेरक प्रसंगों की स्मृति दिलाई, जहाँ तेरापंथ इतिहास का प्रथम ऐतिहासिक चातुर्मास हुआ था। इसी चातुर्मास में मुख्य मुनि जैसे महान संत ने संयम जीवन की ओर अग्रसर होने का भाव लिया था।
साध्वी श्री ने प्रेक्षा कोचर के संयम पथ की सराहना करते हुए उनके प्रति मंगल भावना प्रकट की और कहा कि “फलसुंड जैसे छोटे गाँव से उत्पन्न संयम की यह धारा आज देश के बड़े-बड़े मंचों तक पहुँच रही है।”
ज्ञातव्य है कि सूरत चातुर्मास के दौरान आचार्य श्री की निश्रा में संयम मुनि की दीक्षा संपन्न हुई थी, और अब आगामी चातुर्मास में प्रेक्षा कोचर की दीक्षा अहमदाबाद में होगी।साध्वी श्री का आगामी चातुर्मास बारडोली में होगा।
कार्यक्रम का वातावरण आध्यात्मिक भावनाओं, प्रेरणादायी प्रसंगों और स्नेहिल मंगलकामनाओं से ओतप्रोत रहा।