STM में लीज राशि का विवाद फिर गरमाया, व्यापारियों ने गेट पर दिया धरना
सर्विस बंद करने के विरोध में व्यापारी आंदोलन पर, कोर्ट में चल रहे मामले का दबाव बनाने का आरोप

सूरत। सूरत टेक्सटाइल मार्केट (STM) में लीज राशि को लेकर चल रहा विवाद एक बार फिर गुरुवार को गरमा गया, जब कुछ व्यापारियों ने मार्केट के मुख्य गेट के पास धरना प्रदर्शन किया। व्यापारियों ने आरोप लगाया कि कमेटी के एकतरफा और मनमाने निर्णयों के चलते व्यापार बाधित हो रहा है और उन पर कोर्ट से केस वापस लेने के लिए दबाव बनाया जा रहा है।
व्यापारियों का कहना है कि मई की शुरुआत में करीब 15 व्यापारी कोर्ट गए थे, और उन्होंने लीज राशि में से 5 लाख रुपये तक की राशि जमा भी कर दी है, बावजूद इसके उन्हें पार्किंग, माल लाने-ले जाने (ट्रांसपोर्टेशन) जैसी मूलभूत सुविधाएं नहीं दी जा रही हैं। व्यापारियों ने आरोप लगाया कि 17 जून को कोर्ट में संभावित निर्णय से पहले कमेटी द्वारा उन पर केस वापस लेने का दबाव बनाया जा रहा है और इसके लिए उनकी सर्विस बंद कर दी गई है।
धरना दे रहे व्यापारियों का कहना है कि कमेटी की इस नीति से उनके व्यापार पर सीधा असर पड़ रहा है, जिससे मजबूरन उन्हें विरोध का रास्ता अपनाना पड़ा।
STM कमेटी ने स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा कि मार्केट में 1033 व्यापारी हैं, जिनमें से लगभग 950 व्यापारियों ने कमेटी के निर्देशानुसार लीज की राशि पूरी चुका दी है। कुछ व्यापारियों ने तो 10-10 लाख रुपये तक जमा किए हैं।
जबकि शेष 203 व्यापारियों में से 120 ने पहले तय की गई राशि 5,01,500 रुपये जमा करने के बाद नियमानुसार बाकी 94,400 रुपये की राशि नहीं चुकाई है। गुरुवार को धरना देने वाले यही व्यापारी हैं, जिन्होंने आंशिक भुगतान के बाद शेष राशि नहीं भरी है। यदि वे यह राशि भर दें, तो उन्हें भी अन्य व्यापारियों की तरह सभी सेवाएं दी जाएंगी।
कमेटी का कहना है कि यह निर्णय बोर्ड मीटिंग और AGM में पारित प्रस्ताव के अनुसार लिया गया है। चूंकि विरोध कर रहे व्यापारियों ने 23 मई से 94,400 रुपये की शेष राशि नहीं भरी, इसलिए उनका माल ट्रांसपोर्टेशन अस्थायी रूप से रोक दिया गया है।
मार्केट में इस मुद्दे को लेकर दोनों पक्षों में टकराव की स्थिति बनी हुई है और अब सभी की नजर 17 जून को कोर्ट में आने वाले संभावित निर्णय पर टिकी है।