सूरत।सूरत को भारत के प्रमुख गारमेंट हब के रूप में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल के रूप में क्लोथिंग मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (CMAI), इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन एंड टेक्नोलॉजी (आईडीटी) एवं फेडरेशन ऑफ सूरत ट्रेड एंड टैक्सटाइल एसोसिएशन (फ़ोस्टा ) के संयुक्त तत्वावधान में आज एक भव्य गारमेंट रैली का आयोजन किया गया।
इस प्रेरणादायी आयोजन में गुजरात योगा बोर्ड ने भी सह-आयोजक की भूमिका निभाई। यह रैली भारत के यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा प्रस्तुत 5F विज़न — Farm, Fibre, Fabric, Fashion और Foreign को साकार करने की दिशा में एक सार्थक प्रयास सिद्ध हुई।
कार्यक्रम का प्रमुख आकर्षण रही 15 फीट लंबी विशाल टी-शर्ट, जिसे सूरत के नवोदित फैशन डिज़ाइनरों ने विशेष रूप से तैयार किया। यह टी-शर्ट सूरत के वस्त्र निर्माण कौशल, नवाचार और डिजाइन की शक्ति का प्रतीक बनी। रैली में बड़ी संख्या में गारमेंट उद्यमियों, डिजाइन विद्यार्थियों, व्यापारिक संगठनों और नागरिकों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
इस अवसर पर CMAI के रीजनल चेयरमैन डॉ. अजोय भट्टाचार्य ने बताया, “यह आयोजन केवल एक रैली नहीं, बल्कि सूरत को गारमेंट निर्माण और निर्यात के क्षेत्र में अग्रणी बनाने का संकल्प है। प्रधानमंत्री के 5एफ विज़न को धरातल पर उतारने के लिए सूरत के पास संसाधन, कौशल और इच्छाशक्ति तीनों हैं।”
कार्यक्रम का आयोजन सूरत के प्रसिद्ध मिलेनियम मार्केट से अपराह्न 4:00 बजे शुरू हुआ, जिसमें विभिन्न डिजाइन संस्थानों के छात्र-छात्राओं और व्यापारिक संगठनों ने भागीदारी कर शहर की रचनात्मकता और उत्पादन क्षमता का प्रदर्शन किया।
आयोजकों ने मीडिया जगत के प्रतिनिधियों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि ऐसे आयोजनों की सफलता में पत्रकारों की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण होती है। मीडिया के माध्यम से यह संदेश देशभर में पहुँचेगा कि सूरत न केवल टेक्सटाइल का, बल्कि रेडीमेड गारमेंट का भी अगुवा केंद्र बनने की ओर अग्रसर है।
रैली का उद्देश्य सूरत के गारमेंट उद्योग को नया आयाम देना, युवाओं को रोजगारोन्मुखी अवसरों से जोड़ना और वैश्विक प्रतिस्पर्धा में स्थानीय ब्रांड्स को सशक्त करना है। आयोजन की सफलता ने यह स्पष्ट कर दिया कि सूरत केवल फैब्रिक की राजधानी ही नहीं, अपैरल इंडस्ट्री की भी भविष्य राजधानी बनने की राह पर है।