सूरत के 1008 मंदिरों में विराजेगी माँ तापी
श्री अखिल भारतीय जीण माता सेवा संघ सूरत द्वारा सूरत की मुख्य अधिष्ठात्री मालकिन एवं प्राण वायु माँ तापी के उपकारों के प्रति कृतज्ञता अभिव्यक्त करते हुए सूरत के 1008 सुप्रसिद्ध मंदिरों में तापी कलश स्थापित किए जाएंगे।
प्रकृति वंदन को समर्पित इस अनूठे कार्यक्रम की विस्तृत जानकारी देते हुए कार्यक्रम संयोजक. अभिषेक अग्रवाल,ने बताया कि सूरत में रहने वाले प्रवासी हो या अप्रवासी, सभी को अपनी गोद में बिठाकर अपने लाड प्यार से अभिसिंचित कर उनकी चहुमुखी उन्नति में अहम भूमिका निभाने वाली माँ तापी का पूजन हर श्रद्धालुजन प्रतिदिन कर सके इस हेतु विशेष रूप से तापी कलश बनाए गए है। ये तापी कलश वेसु, पर्वत पाटिया, अडाजन, पांडेसरा, मॉडल टाऊन, गोडादरा, सिटी लाइट, भटार, उधना, वराछा आदि विभिन्न क्षेत्रों में स्थित श्री राम, कृष्ण, अम्बे माता, महादेव जी, हनुमान जी आदि मंदिरों में ये तापी कलश स्थापित किए जाएंगे।
चुनरी से सुसज्जित इन पीतल के तापी कलश के साथ कलश हेतु आसान, नित्य पूजन हेतु आरती पत्रक, रोली, कंकू, चावल, अगरबत्ती, माचिस, घी, रुई एवं मिश्री की पूजन सामग्री किट भी सुअर्पित किया जाएगा।
प्रारंभिक तौर पर तापी माता के जन्म महोत्सव के पावन उपलक्ष पर आगामी 2 जुलाई से पहले 108 मंदिरों में तापी कलश की स्थापना की जाएगी।
सनातन संस्कृति में नित्य मंदिर जाने की परंपरा है लेकिन तापी तट पर प्रतिदिन जाकर जो व्यक्ति दर्शन नहीं कर पाते है उनके लिए जीण संघ का यह प्रयास एक महत्वपूर्ण आयाम सिद्ध होगा।
इस कार्यक्रम की सफलता पूर्वक क्रियांवयन हेतु जीण संघ द्वारा संघ के 20 सदस्यों के 5 समूह बनाए गए जिसमें दिलीप पटेल, वेद प्रकाश शर्मा, राजेश काबरा,रघु खंडेलवाल, गोविंद जिंदल,बनवारी क्याल, नंदू मोहता, राकेश काबरा, नमन खंडेलवाल,कपिल शारदा, हरक चंद प्रजापति, नाथू लखारा,बद्री अग्रावत,राजेंद्र राजपुरोहित,राजू जैन, मनोज पंचारिया,रमेश खंडेलवाल, श्रीनिवास बोहरा,गोपाल खंडेलवाल आदि की सेवाएं विशेष रूप से उल्लेखनीय है।