साध्वी श्री मधुबाला जी एवं साध्वी श्री मंगल प्रज्ञा जी का पांडेसरा में हुआ आध्यात्मिक मिलन
सूरत एवं उधना में चातुर्मास करने वाले दोनों साध्वियों ने जैन शासन दीप्तिमान हो ऐसा कार्य करने की प्रकट की भावना
महातपस्वी आचार्य श्री महाश्रमण जी की सुशिष्या शासन श्री साध्वी श्री मधुबाला जी ठाणा 5 जिनका आगामी चातुर्मास उधना में होने वाला है एवं साध्वी श्री प्रोफेसर डॉक्टर मंगल प्रज्ञा जी ठाणा 6 जिनका आगामी चातुर्मास तेरापंथ भवन सिटी लाइट सूरत में होने वाला है उनका आध्यात्मिक मिलन आज तेरापंथ भवन, पांडेसरा में हुआ। दोनों ग्रुपों के कुल 11 साध्वी जी के मिलन के दृश्य निहार कर उपस्थित श्रावक समुदाय भाव विभोर हो उठा।
इस अवसर पर अपने मंगल उद्बोधन में शासन श्री साध्वी श्री मधुबाला जी ने कहा – साध्वी श्री मंगल प्रज्ञाजी से बहुत वर्षों के बाद मिलने का संयोग बना है। उन्हें मिलकर मुझे अत्यधिक प्रसन्नता की अनुभूति हो रही है। हम दोनों एक ही गांव मोमासर (राजस्थान) के मूल निवासी हैं। अतः विशेष आनंद होना स्वाभाविक है। साध्वी प्रो. डॉ. मंगल प्रज्ञाजी प्रबुद्ध साध्वी हैं। वे तेरापंथ धर्म संघ में समण श्रेणी का नेतृत्व कर चुकी है। जैन विश्व भारती यूनिवर्सिटी की कुलपति रह चुकी है। उनकी संघ सेवा अवर्णनीय एवं अनुमोदनिय है।
प्रोफेसर डॉक्टर साध्वी श्री मंगल प्रज्ञा जी ने कहा – “शासन श्री” साध्वी श्री मधुबाला जी मोमासर के ज्येष्ठ साध्वीजी हैं। वे विद्या वयोवृद्ध हैं। उनके पास अनुभव की पूंजी है। उन्होंने सूरत में अपने सुदीर्घ प्रवास के दौरान अनेक लोगों को आध्यात्मिक ऊर्जा प्रदान की है। भवसागर पार करने की प्रेरणा दी है। उनकी पवित्र प्रेरणा से अनेक भाई बहनों में वैराग्य भाव अंकुरित हुआ है और उनमें से कुछ भाई बहनों की तेरापंथ जैन धर्म संघ में दीक्षा भी हो चुकी है। यह बात उनके सार्थक पुरुषार्थ का प्रमाण है। उन्होंने कहा – संतों का आगमन सभी के लिए श्रेयस्कर होता है। संतों का आभामंडल पवित्रता का प्रादुर्भाव करता है। आज समस्याएं इसलिए खड़ी हुई है कि लोग बदलना नहीं चाहते। संतों का आगमन आदमी के Nature (नेचर- स्वभाव) को बदलकर Future (फ्यूचर-स्वभाव) को बदलने वाला होता है।
साध्वी श्री मधुबाला जी के ग्रुप से साध्वी श्री विज्ञान श्री जी, साध्वी श्री सौभाग्यश्रीजी, मंजूलयशाजी एवं साध्वी श्री मेधावी प्रभाजी ने सुमधुर समूह गान की प्रस्तुति की। साध्वी श्री मंगल प्रज्ञा जी के ग्रुप से साध्वी श्री सुदर्शन प्रभा जी, साध्वी श्री अतुल यशाजी, राजुल प्रभाजी, चैतन्य प्रभा जी एवं शौर्य प्रभाजी ने परिसंवाद मय प्रभावक प्रस्तुति दी। साध्वी श्री मधुबाला जी के संसार पक्षिय भाभी जी श्रीमती उमराव देवी बोरड़, सूरत तेरापंथी सभा के अध्यक्ष हजारीमल भोगर, उधना सभाध्यक्ष निर्मल चपलोत, पांडेसरा तेरापंथ समाज संयोजक समरथमल चौरडिया, तेयुप. उधना अध्यक्ष कमलेश बाफना, महिला मंडल अध्यक्ष श्रीमती सोनू बाफना, पांडेसरा ज्ञान शाला, उधना भजन मंडली आदि ने प्रासंगिक प्रस्तुति की। कार्यक्रम का कुशल संचालन तेरापंथ सभा, उधना के मंत्री मुकेश बाबेल ने किया।