
सूरत के कई व्यापारियों को निशाना बना चुका है आरोपी गिरोह, सस्ते दामों में बेचते थे उधार का माल
टेक्सटाइल युवा ब्रिगेड और व्यापारियों की सक्रियता से गिरफ्तारी संभव
सूरत। अहमदाबाद निवासी कपड़ा दलाल हितेश खूबचंद खानवाणी ने सूरत की ट्रेंड हाउस और हेवन फर्म से कपड़ा मंगवाकर 8.12 लाख रुपये की ठगी की। आरोपी ने अहमदाबाद के व्यापारी महेशकुमार गंगवानी की फर्म “माँ आशापुरा ट्रेडर्स” के नाम पर विश्वास में लेकर ट्रेंड हाउस के पंकज पारिक व हेवन फर्म के अक्षय राठी से माल मंगवाया। बाद में दलाल और व्यापारी दोनों अपनी दुकान व ऑफिस बंद कर फरार हो गए।
शिकायत के आधार पर सारोली पुलिस ने BNS की धारा 316(5), 54 के तहत धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया था। अहमदाबाद वटवा GIDC पुलिस ने शनिवार रात आरोपी हितेश खानवाणी को उसके घर से गिरफ्तार कर सारोली पुलिस को सुपुर्द किया। सोमवार को कोर्ट में पेशी के दौरान सरकारी वकील की दलीलों को स्वीकारते हुए न्यायालय ने आरोपी को तीन दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा।
शातिर तरीके से बनाई ठगी की योजना, डमी व्यापारी बैठाकर करोड़ों की ठगी का अंदेशा
पुलिस सूत्रों के अनुसार आरोपी हितेश खानवाणी ने जुलाई 2024 से सितंबर 2024 के बीच ट्रेंड हाउस से ₹5,63,120 और हेवन फर्म से ₹2,49,229 मूल्य का कपड़ा मंगवाया था। दोनों व्यापारियों को झूठे आश्वासन देकर बिना भुगतान के माल ले लिया गया और बाद में दुकान व ऑफिस बंद कर दिए गए।
सूत्र बताते हैं कि अहमदाबाद में बैठे कुछ दलाल और उनके डमी व्यापारी सूरत के व्यापारियों को विश्वास में लेकर माल मंगवाते और बाद में सस्ते में बेचकर फरार हो जाते थे। शुरुआत में ये समय पर पेमेंट कर व्यापारियों का भरोसा जीतते थे, फिर एक बड़ी मात्रा में माल लेकर अचानक गायब हो जाते थे। पुलिस को आशंका है कि एक संगठित गिरोह द्वारा सूरत के अन्य व्यापारियों के साथ भी करोड़ों की ठगी की गई है, जिसकी जांच जारी है।
राजू तातेड़ और ललित शर्मा के प्रयासों से आरोपी दबोचा गया, व्यापारियों में बढ़ा हौसला
ट्रेंड हाउस व हेवन फर्म के व्यापारियों ने ठगी के बाद टेक्सटाइल युवा ब्रिगेड के संस्थापक राजू तातेड़ और अध्यक्ष ललित शर्मा से संपर्क किया था। इनकी पहल पर वटवा GIDC पुलिस ने अहमदाबाद से आरोपी को गिरफ्तार कर सारोली पुलिस को सौंपा।
महावीर ग्रुप के तरुण जैन और टेक्सटाइल युवा ब्रिगेड के प्रयासों से व्यापारियों में फिर से न्याय की उम्मीद जगी है। ठगी का शिकार बने कई व्यापारी अब आगे आकर शिकायत दर्ज करवाने को तैयार हुए हैं।
व्यापारियों का कहना है कि पुलिस द्वारा ऐसे शातिर दलाल की गिरफ्तारी से अन्य आरोपियों का भी पर्दाफाश होगा और भविष्य में इस तरह की धोखाधड़ी करने वालों को सबक मिलेगा।
इस मामले की जांच पीएसआई एसबी नुकुम कर रही है।सारोली पुलिस का सराहनीय सहयोग मिला है जिससे व्यापारियों ने सारोली का धन्यवाद ज्ञापित किया है